scriptसुप्रीम कोर्ट में पहली बार खुली EVM, वोटों की हुई गिनती तो हारा हुआ प्रत्याशी जीता, निशाने पर आई BJP | EVM was opened for the first time in the Supreme Court, votes were counted and the defeated candidate won, BJP came under fire | Patrika News
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सुप्रीम कोर्ट में पहली बार खुली EVM, वोटों की हुई गिनती तो हारा हुआ प्रत्याशी जीता, निशाने पर आई BJP

सुप्रीम कोर्ट में पंचायत चुनाव विवाद में ईवीएम खोली गई, इसमें हारे हुए प्रत्याशी को जीत मिली है। इसके बाद तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं ने बीजेपी पर निशाना साधा है।

भारतAug 14, 2025 / 04:42 pm

Ashib Khan

EVM machine (Photo-IANS)

Electronic Voting Machine: सुप्रीम कोर्ट में पहली बार ईवीएम मशीन खुली और रजिस्टार की निगरानी में वोटों की गिनती हुई। वोटों की गिनती में हारा हुए प्रत्याशी को जीत मिली है। दरअसल, पूरा मामला हरियाणा के पानीपत के बुआना लाखु गांव में सरपंच पद के विवाद को लेकर है। जब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव में इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और अन्य रिकॉर्ड तलब कर लिए और वोटों की गिनती कराई। इस दौरान दोनों पक्षों मौजूद रहे और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई। फिर परिणाम घोषित किया गया। इसमें मोहित कुमार को विजयी घोषित किया गया। इस पर अब राजनीतिक दलों और नेताओं ने ईवीएम को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। 

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सरपंच चुनाव में कुलदीप कुमार को विजयी किया घोषित

बता दें कि बुआना लाखु गांव में सरपंच पद के लिए 2 नवंबर 202 को मतदान हुआ था। इसमें कुलदीप कुमार सिंह को विजयी घोषित किया गया था। हालांकि मोहित कुमार ने इसको लेकर अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश (वरिष्ठ प्रभाग)-सह-चुनाव न्यायाधिकरण के समक्ष परिणाम को चुनौती दी, जिसने 22 अप्रैल, 2025 को एक बूथ पर पुनर्मतगणना का आधार पाया। हालांकि, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने 1 जुलाई को उस निर्णय को पलट दिया, जिसके बाद मोहित कुमार ने सर्वोच्च न्यायालय में अपील की। 

बीजेपी पर साधा निशाना

मामला सामने आने पर राजद नेता तेजस्वी यादव, भूपेश बघेल समेत कई राजनीतिक दलों इसको लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक न्यूज पेपर की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- हरियाणा के एक पंचायत चुनाव में EVM काउंटिंग में एक बूथ में उम्मीदवार को जबरन हरा दिया। हारा हुआ प्रत्याशी सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। 
सुप्रीम कोर्ट में वीडियोग्राफी के साथ सभी बूथों की EVM की गिनती हुई। हारा हुआ प्रत्याशी जीत गया लेकिन उसके कार्यकाल के तीन साल EVM की कृपा से कोई और फर्जी सरपंच रहा। एक बूथ की ईवीएम का यह हाल है। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कैसे धांधली करके बीजेपी ने बीजेपी को जिताया जिसे बाद में कोर्ट ने खारिज किया। 

BJP सरकार ने वीडियो रिकॉर्डिंग रखने के बदले नियम

तेजस्वी यादव ने आगे लिखा- उसके बाद बीजेपी सरकार ने वीडियो रिकॉर्डिंग रखने के नियम बदल दिए। अब 45 दिन के बाद चुनाव आयोग आपको गिनती का वीडियो नहीं देगा। जब बीजेपी चुनाव आयोग के साथ मिलकर साक्ष्य को खत्म कर देगी तो आप कोर्ट में सबूत क्या रखेंगे?
ये लोग लोकतंत्र के ख़िलाफ़ है इसलिए लोकतंत्र में ये दो लोग पारदर्शिता नहीं चाहते। बिहार लोकतंत्र की जन्मस्थली है। चाहे जो भी हो, हम संविधान और लोकतंत्र को मोदी-शाह के जूतों तले कुचलने नहीं दे सकते। आप सभी लोग सतर्क, सावधान और जागरूक रहें। 

भूपेश बघेल ने किया पोस्ट

कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने भी इसको लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा- खेल हो गया!

पानीपत: EVM से डाले थे वोट, SC में दुबारा हुई वोटिंग, पलटा चुनाव का नतीजा
◆ SC ने पानीपत जिले के बुआना लाखू ग्राम पंचायत के सरपंच चुनाव की मतगणना कराई

◆ पुनर्गणना के बाद नतीजे पलट गए और मोहित कुमार को निर्वाचित सरपंच घोषित कर दिया

◆ 2022 में इस चुनाव के नतीजे घोषित किए गए थे लेकिन मोहित कुमार ने नतीजों को चुनौती दी थी

गजब धांधली है- सुप्रिया श्रीनेत

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- पानीपत जिले के बुआना लाखू ग्राम पंचायत के सरपंच चुनाव का नतीजा पलटा। EVM से डाले गए थे वोट, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट में दुबारा वोटिंग हुई तब चुनाव का नतीजा पलट गया, 2022 में चुनावी नतीजों को चुनौती देने वाले मोहित कुमार निर्वाचित घोषित हुए, गजब धांधली है!

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