RSS का स्वतंत्रता में योगदान नहीं, कांग्रेस का तीखा हमला
कांग्रेस ने PM मोदी के बयान को लोकतंत्र के लिए खतरनाक करार दिया। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि RSS ने स्वतंत्रता संग्राम में कोई भूमिका नहीं निभाई और 52 वर्षों तक तिरंगा नहीं फहराया। उन्होंने दावा किया कि RSS ने सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन से दूरी बनाए रखी, और इसके संस्थापक केबी हेडगेवार ने 1925 के बाद ‘सांस्कृतिक राष्ट्रवाद’ पर ध्यान दिया, न कि ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष पर। टैगोर ने कहा, RSS की विचारधारा ने महात्मा गांधी की हत्या जैसी नफरत फैलाई। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे संवैधानिक धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन और मोदी का अपनी 75वीं जन्मदिन से पहले RSS को खुश करने का प्रयास बताया।
कांग्रेस का इतिहास, RSS का नहीं: DK शिवकुमार
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री DK शिवकुमार ने कहा, RSS का कोई इतिहास नहीं है। कांग्रेस ने हमेशा संविधान और देश की रक्षा की। RSS ने लंबे समय तक तिरंगा नहीं फहराया, और यह उनकी पार्टी का एजेंडा है। उन्होंने RSS के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को खारिज करते हुए कांग्रेस के बलिदानों को याद किया।
मुंह से स्वदेशी, मन से विदेशी: अखिलेश यादव का तंज
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में RSS पर कटाक्ष किया, “ये मुंह से स्वदेशी हैं, लेकिन मन से विदेशी।” उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपने पहले अधिवेशन में धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी रास्ता अपनाने का वादा किया था, लेकिन RSS का रास्ता इससे अलग है। अखिलेश ने PM के बयान को उनकी विचारधारा से जोड़ते हुए इसे स्वतंत्रता संग्राम की भावना के खिलाफ बताया।
केसी वेणुगोपाल: इतिहास का अपमान
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि PM मोदी हर स्वतंत्रता दिवस पर इतिहास को तोड़-मरोड़कर सावरकर जैसे लोगों को महात्मा गांधी, नेहरू, और सरदार पटेल से ऊपर दिखाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा, RSS के पूर्वजों ने अंग्रेजों के साथ मिलकर विभाजन और नफरत के बीज बोए, जो आज भी हमें परेशान करते हैं।
थोल थिरुमावलवन: राष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग
तमिलनाडु के VCK नेता थोल थिरुमावलवन ने कहा कि राष्ट्रीय मंच से RSS की प्रशंसा करना अस्वीकार्य है। उन्होंने इसे स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों का अपमान बताया और कहा कि यह संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है।