राहुल गांधी के गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने गुरुवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि कर्नाटक के बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा क्षेत्र के महादेवपुरा विधानसभा खंड में 1,00,250 वोट ‘चोरी’ किए गए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने छह महीने की जांच के बाद पाया कि 11,965 डुप्लिकेट वोटर, 40,009 फर्जी पते, 10,452 एक ही पते पर कई वोटर, 4,132 अमान्य फोटो वाले वोटर, और 33,692 फॉर्म-6 का दुरुपयोग हुआ। राहुल ने ECI पर BJP के साथ मिलकर ‘चुनाव चोरी’ करने का आरोप लगाया और कहा कि यह ‘संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ अपराध’ है।
ECI का जवाब: पारदर्शी है प्रक्रिया
चुनाव आयोग ने राहुल के दावों को खारिज करते हुए कहा कि मतदाता सूची पारदर्शी तरीके से तैयार की जाती है और इसे सभी राजनीतिक दलों के साथ साझा किया गया था। ECI ने बताया कि अगस्त और सितंबर 2024 में कर्नाटक और महाराष्ट्र में ड्राफ्ट और फाइनल मतदाता सूची साझा की गई थी, लेकिन कांग्रेस ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं की। आयोग ने राहुल से नियम 20(3)(b) के तहत शपथपत्र के साथ गलत वोटरों के नाम साझा करने को कहा। ECI ने यह भी स्पष्ट किया कि राहुल द्वारा उदाहरण में दिए गए कुछ वोटर, जैसे आदित्य श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची में नहीं हैं।
BJP का हमला: ‘राहुल का झूठ’
BJP ने राहुल के आरोपों को ‘बेतुका’ और ‘लोकतंत्र पर हमला’ करार दिया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कांग्रेस संवैधानिक संस्थानों पर हमला कर रही है। BJP सांसद संबित पात्रा ने राहुल के दावों को ‘चुनावी हार की कुंठा’ बताया और पूछा कि अगर ECI पक्षपाती है, तो कांग्रेस ने 99 सीटें कैसे जीतीं?
कांग्रेस की रणनीति: जन जागरूकता अभियान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल के दावों का समर्थन करते हुए ECI को ‘सत्तारूढ़ दल का प्रतिनिधि’ बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क से जन जागरूकता अभियान शुरू करेगी। राहुल ने यह भी धमकी दी कि अगर विपक्ष सत्ता में आया, तो ECI अधिकारियों को जवाब देना होगा।