माई बहन मान योजना बनी केंद्रबिंदु
राजेश राम ने बताया कि कांग्रेस पार्टी महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ‘माई बहन मान योजना’ लेकर आई है, जिसके तहत प्रदेश की पात्र महिलाओं को प्रति माह ₹2500 की सहायता दी जाएगी। वहीं, बुजुर्गों और दिव्यांगों को ₹1500 मासिक पेंशन की सुविधा दी जाएगी।
फ्री बिजली, इलाज और ज़मीन का वादा
कांग्रेस की गारंटी में 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली, ₹25 लाख तक का निःशुल्क इलाज बीमा, और भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल जमीन मकान निर्माण के लिए देने का वादा शामिल है। इसके साथ ही, युवाओं के लिए स्टार्टअप फंड, लाखों सरकारी नौकरियों और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल खरीदी की गारंटी दी गई है।
रोजगार और स्वास्थ्य को मिलेगा अधिकार
प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जिस तरह अतीत में शिक्षा, भोजन और सूचना का अधिकार लेकर आई थी, अब बिहार में रोजगार और स्वास्थ्य को भी अधिकार के रूप में सुनिश्चित करेगी। उन्होंने बताया कि यह अभियान पूरी तरह जनसंपर्क आधारित होगा, जिसमें पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों से सीधा संवाद करेंगे।
चुनाव रणनीति के तहत रखी गई बैठक
‘हर घर अधिकार’ अभियान के आगाज से पहले एक वृहद बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी जिलों के प्रभारी, पर्यवेक्षक, विधायक और वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इसमें कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, विधान परिषद के नेता मदन मोहन झा, सुशील पासी, अभय दुबे, शाहनवाज आलम, देवेंद्र यादव, और पूनम पासवान भी उपस्थित रहे। सभी नेताओं ने इस अभियान को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एक निर्णायक जन आंदोलन बताया। यह अभियान कांग्रेस के पुराने अभियानों जैसे ‘हर घर झंडा’ और ‘चौपाल संवाद’ के अनुभवों से प्रेरित होकर तैयार किया गया है। पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार का चुनाव ‘वादे नहीं, अधिकार’ के मुद्दे पर लड़ा जाएगा।