दोनों के बीच हुई 15 मिनट तक मुलाकात
मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस मुलाकात में अनंत सिंह और नीतीश कुमार के बीच करीब 15 मिनट तक बातचीत हुई। अनंत सिंह ने मोकामा से जेडीयू उम्मीदवार के रूप में अपनी दावेदारी पेश की और नीतीश से आशीर्वाद मांगा। हालांकि, जेडीयू की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मोकमा से चुनाव लड़ने का किया ऐलान
बता दें कि अनंत सिंह को पचमहला गोलीकांड मामले में पटना हाईकोर्ट से जमानत मिली थी, जिसके बाद वे 6 अगस्त को बेऊर जेल से बाहर आए। जेल से निकलते ही उन्होंने नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की और जेडीयू के टिकट पर मोकामा से चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने यह भी दावा किया कि नीतीश कुमार अगले 25 साल तक बिहार के मुख्यमंत्री रहेंगे और विपक्ष के पास उनके सामने कोई मजबूत चेहरा नहीं है।
RJD के 15 सीटों पर सिमटने का किया दावा
अनंत सिंह ने कहा कि अगर पार्टी राजद नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहती है तो वे तेजस्वी यादव की जमानत जब्त करा देंगे। इसके अलावा अनंत सिंह ने आगामी विधानसभा चुनाव में आरजेडी के 15 सीटों पर सिमटने का भी दावा किया।
2022 में सदस्यता जाने पर पत्नी ने लड़ा चुनाव
2005 और 2010 में उन्होंने जेडीयू के टिकट पर मोकामा से जीत हासिल की थी। 2015 में जेडीयू-आरजेडी गठबंधन के कारण उनमें और नीतीश में मनमुटाव हुआ, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय जीत दर्ज की। 2020 में वे आरजेडी के टिकट पर जीते, इसके बाद जब 2022 में उनकी सदस्यता गई तो उनकी पत्नी ने आरजेडी के सिंबल पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की थी।
क्या बोले तेजस्वी यादव
अनंत सिंह और सीएम नीतीश की मुलाकात पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “मैं उन पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। वे सिर्फ एके-47 की भाषा समझते हैं। सरकार उनके घर से एके-47 जब्त करती है और वही सरकार उन्हें छोड़ देती है। बिहार की जनता अच्छी तरह जानती है कि कौन क्या है। उन पर बोलने के लिए पार्टी प्रवक्ता होते हैं। हमें उन पर बोलना शोभा नहीं देता।