जानकारी के मुताबिक, संध्या ने अपनी तीनों बेटियों को पिछले रविवार (20 जुलाई) को दाल-चावल में कीटनाशक मिलाकर खाने के लिए दिया था। इस स्तब्ध कर देने वाली घटना में पांच, आठ और दस साल की तीनों बच्चियों की तड़प-तड़प कर मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि खाना खाने के कुछ देर बाद तीनों बच्चियों की तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें उल्टियां होने लगीं, चक्कर आने लगे और हालत तेजी से गंभीर होती चली गई। पहले उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर दो बच्चियों को मुंबई और तीसरी को नासिक रेफर किया गया।
बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान 24 जुलाई को पहली बच्ची ने दम तोड़ा। उसके अगले ही दिन दूसरी बेटी की भी मौत हो गई। तीसरी बच्ची की हालत भी नहीं सुधरी और उसी दिन यानी 24 जुलाई को उसकी भी मौत हो गई।
शुरुआत में पुलिस को इस घटना में किसी साजिश का शक नहीं था। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी सच सामने आने लगा। सबसे पहले बच्चियों की मां संध्या को पुलिस ने हिरासत में लिया। इस बीच जब बच्चियों के शवों का पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आया तो पूरे मामले ने रौंगटे खड़े कर देने वाला मोड़ ले लिया।
पोस्टमॉर्टम में तीनों बच्चियों के शरीर में जहर मिलने की पुष्टि हुई। यह देखकर पुलिस भी हैरान रह गई। इसके तुरंत बाद पुलिस ने संध्या से कड़ी पूछताछ शुरू की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह लंबे समय से घरेलू कलह के चलते तनाव में थी। उसका पति शराब का आदी था और वह उससे अलग रह रही थी। तीनों बेटियों की परवरिश की जिम्मेदारी अकेले उसी पर थी और आर्थिक परेशानियों ने उसे मानसिक रूप से पूरी तरह तोड़ दिया था। इसलिए उसने इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने महिला के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और शनिवार देर रात दो बजे उसे गिरफ्तार किया गया। स्थानीय पुलिस का कहना है कि महिला के ससुराल वालों को शुरू से इस घटना पर शक था। इस हृदयविदारक घटना के बाद गांव में मातम पसर गया और सबके मन में एक ही सवाल है कि कैसे मां खुद अपनी तीन बच्चियों की हत्या कर सकती है। फिलहाल पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।