इन मंत्रियों पर गिर सकती है गाज
मिली जानकारी के मुताबिक, शिवसेना (शिंदे गुट) के संजय शिरसाट, संजय राठोड, भरत गोगावले और योगेश कदम की मंत्रिपद से छुट्टी हो सकती है। ये सभी नेता किसी न किसी वजह से विपक्ष के निशाने पर रहें है। इनके साथ-साथ एनसीपी (अजित पवार गुट) के माणिकराव कोकाटे और नरहरी झिरवल भी रडार पर हैं।
महाजन को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी?
बीजेपी नेता गिरीश महाजन को सीएम फडणवीस का बेहद विश्वसनीय सहयोगी माना जाता है। ऐसे में उन्हें आगामी निकाय चुनावों के लिए संगठन में बड़ी भूमिका दी जा सकती है। इसके लिए उन्हें मंत्रिपद की जिम्मेदारी से मुक्त किया जा सकता है।
नार्वेकर को मिल सकती है कैबिनेट में जगह
सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) राहुल नार्वेकर को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। नार्वेकर 2022 में उद्धव ठाकरे नीत महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार के गिरने के बाद से विधानसभा अध्यक्ष हैं, वे मंत्री पद की इच्छा लंबे समय से जता रहे हैं। अब पार्टी उनकी इस मांग को पूरा कर सकती है।
मुनगंटीवार बन सकते है स्पीकर
एकनाथ शिंदे की सरकार में मंत्री रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार को फडणवीस मंत्रिमंडल से बाहर रखा गया है। हालांकि, वे लगातार सरकार के फैसले पर सवाल उठाते आ रहे हैं। खबर है कि बीजेपी उन्हें विधानसभा अध्यक्ष पद से नवाज सकती है। कहा जा रहा है कि भाजपा स्थानीय निकाय चुनावों से पहले पार्टी संगठन और मंत्रिमंडल दोनों स्तरों पर नए चेहरे सामने लाने की तैयारी में है। इसे न केवल पार्टी की छवि को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि कुशल नेताओं को आगे लाकर विपक्ष पर रणनीतिक बढ़त हासिल करने का प्रयास भी माना जा रहा है।
वरिष्ठ नेता ने दिए संकेत
मुख्यमंत्री फडणवीस ने मंत्रियों को 100 दिनों का लक्ष्य दिया था, जिसके अनुसार उनके कामकाज का ऑडिट किया गया है। कौन मंत्री कैसा काम कर रहा है, कितना काम किया- इसकी पूरी जानकारी जुटाई गई है। इसमें जिन मंत्रियों का प्रदर्शन कमजोर रहा है, उन्हें हटाया जा सकता है। एनसीपी (अजित पवार गुट) के वरिष्ठ नेता धर्मरावबाबा आत्राम ने भी इस ओर संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में बदलाव का माहौल बनता दिख रहा है। कुछ मंत्रियों को हटाया जाएगा और नए चेहरों को मौका दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि सरकारी में ऐसे मंत्री चाहिए जिनमें ऊर्जा हो और जो बेहतर प्रदर्शन कर सकें, क्योंकि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अब परफॉर्मेंस चाहते हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में मंत्रिमंडल में नए चेहरे नजर आ सकते हैं और कुछ मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।