मृतका का नाम अर्शिया कुशरू (उम्र 61 वर्ष) है, जो वसई के बाभोला इलाके की पेरियार अपार्टमेंट बिल्डिंग में अकेली रहती थीं। आरोपी युवक इमरान कुशरू (32) अपने पिता अमीर कुशरू (65 वर्ष) और पिता की पहली पत्नी के साथ वसई पूर्व के गोखिवरे इलाके में रहता था।
इमरान को ऑनलाइन गेम वीआरपीओ की लत थी और उसे गेम के लिए 1.80 लाख रुपये की जरूरत थी। पैसे मांगने के लिए वह शनिवार (26 जुलाई) को अपनी सौतेली मां अर्शिया के घर पहुंचा, लेकिन जब उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो गुस्से में आकर इमरान ने पहले उनकी सिर दीवार पर दे मारी और फिर लात-घूंसों से पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद इमरान ने घर में रखे सोने के दो कंगन और एक चेन भी चुरा ली। फिर उसने पूरी वारदात अपने पिता अमीर कुशरू को बताई। बेटे को बचाने के लिए पिता ने भी उसका साथ दिया। दोनों ने मिलकर खून के निशान मिटाए और एक पहचान के डॉक्टर से मृतका का फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र तैयार करवाया, जिसमें मौत को प्राकृतिक बताया गया। उसी शाम धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ शव को दफन भी कर दिया गया। लेकिन रविवार सुबह रोजाना काम पर आने वाली घरेलू सहायिका जब घर पहुंची, तो उसे फर्श पर खून के निशान नजर आए। उसे शक हुआ और उसने तुरंत वसई पुलिस को सूचना दी।
वसई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट-2 ने जांच शुरू की और जब इमरान से सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने अपनी सौतेली मां की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। पूछताछ के बाद पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की आगे की जांच जारी है।