मुरैना. भीषण गर्मी के मौसम में लोगों के कंठ तर करने ठंडे पानी की कमी महसूस हो रही है। वहीं नगर निगम द्वारा शहर में खनन कराए गए पुराने दो सैकड़ा हैडपंप दम तोड़ रहे हैं, किसी का जल स्तर उतर गया है तो कोई चलता ही नहीं हैं। सबसे ज्यादा परेशानी सार्वजनिक स्थलों पर हो रही हैं, जहां न तो प्याऊ है और न कोई जल श्रोत। गर्मी दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इन दिनों शहर में सहालग का समय चल रहा है इसलिए ग्रामीण अंचल से बड़ी संख्या मेंं लोग खरीदारी करने शहर में आ रहे हैं लेकिन यहां प्रोपर जलश्रोत नहीं होने से लोगों को मजबूर बाजार से पानी की बोतल खरीदकर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है। स्थिति यह है कि नगर निगम में 24 घंटे में करीब दस हैडपंप खराब होने की शिकायत मिल रही है। हालांकि निगम ने टीम बना रखी हैं जो शिकायत मिलने पर तुरंत मौके पर पहुंचकर हैडपंप को दुरस्त कर रही हैं लेकिन कई हैडपंप तो ऐसे हैं जिनका पूरी तरह जल स्तर नीचे खिसक चुका है और वह बंद पड़े हैं। शहर की एम एस रोड पर बैरियर से बाजार तक बमुश्किल एक- दो हैडपंप ही चालू हालत हैं। इसके अलावा कुछ चालू तो हैं लेकिन उनका पानी उतरने से झटका मारते हैं, उनको काफी देर तक खाली चलाना पड़ता है तब पानी आता है। शहर की एम एस रोड पर सिर्फ पुराना बस स्टैंड पर हनुमान मंदिर पर जरूर टंकी रखी है, उसमें नियमित पानी भरा जाता है, वहीं एक वाटर कूलर बिजली कंपनी कार्यालय पर लगा है, इसके अलावा भोज भवन, जनपद पंचायत कार्यालय के पास, बैरियर पर लगे हैडपंप का पानी पूरी तरह उतर चुका है, जिससे ये बंद पड़े हैं।
शहर में इस साल नगर निगम और न किसी समाजसेवी ने शीतल प्याऊ की शुरूआत करवाई है। जबकि पिछले कुछ दिन से रात दिन का तापमान लगातार बढ़ रहा है। हालांकि तीन दिन से मौसम में थोड़ा बदलाव आया है। सुबह नौ बजे से ही तेज धूप हो जाती है जो शाम पांच बजे तक रहती है। हर साल नगर निगम व समाजसेवी शहर के प्रमुख स्थानों पर लोगों को शीतल पेयजल मिले, इसके लिए प्याऊ का शुभारंभ करवाते थे लेकिन इस बार भीषण गर्मी के चलते किसी ने ध्यान नहीं दिया।
इधर.. बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे वाहन धुलाई सेंटर पर रोज बहा रहे लाखों लीटर पानी
इधर शहर में बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे वाहन धुलाई सेंटर पर रोजाना लाखों लीटर पानी बेकार बहाया जा रहा है जिससे जल संकट की आहट महसूस हो रही है। शहर के एम एस रोड, जौरा रोड, ग्वालियर रोड, धौलपुर रोड, जीवाजी गंज, अंबाह रोड, नाला नंबर एक, संजय कॉलोनी सहित अन्य क्षेत्रों में करीब आधा सैकड़ा धुलाई सेंटर संचालित हैं। ज्यादातर सेंटर अवैध बिजली कनेक्शन से चल रहे हैं, बिजली कंपनी की सांठगांठ के चलते इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
हैडपंप खनन की स्थिति
नगर निगम द्वारा वर्ष चार साल में करीब साढ़े तीन सौ हैडपंपों का खनन किया गया है। वर्ष 2022-23 में 107 हैडपंप खनन किए। वर्ष 2023-24 में वार्ड 47 में दो-दो की संख्या के मान से 94 नवीन हैडपंप खनन के कार्यादेश जारी किए गए। वर्ष 2024-25 में करीब 150 हैडपंप खनन किए गए।
4 से 5 हैडपंप रोज हो रहे खराब
शहर में 2000 से अधिक हैडपंप होंगे। जिनमें से रोजाना चार-पांच हैडपंप खराब होने की शिकायत मिल रही हैं, मैकेनिक भेजकर उनको दुरस्त करवा रहे हैं। कुछ फेल हो गए हैं, इसलिए उनमें काम नहीं हो सकता। शहर में संचालित वाहन धुलाई सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आयुक्त से बात करके कार्रवाई करेंगे।