अब प्रार्थना का समय निकल गया है अब मुझे वही रास्ता दिखाई दे रहा है ..”अगर कोई ये समझता है मंत्री हमारा क्या बिगाड़ लेंगे हमारा ट्रांसफर करने का पावर तो है नहीं , सस्पेंड करने का पावर तो है नहीं ” देखिए रामायण की कथा बता देते हैं, बिजली विभाग के उन सभी लोगों को, जो लोग उनके साथ उनको प्रेरित (उकसाने) करने वाले हैं। वह दिल्ली चले जाए चाहे कहीं चले जाए, बचने वाले नहीं है। उन्हें बचाने वाला कोई नहीं मिलेगा।
लगातार गुस्से में ऊर्जा मंत्री
24 घंटे बीत जाने के बाद भी ऊर्जा मंत्री का गुस्सा अपने अधिकारियों के प्रति काम नहीं हुआ है और वह लगातार मंचों से अपने अधिकारियों को निशाने पर ले रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि मंत्री का यह गुस्सा जनता में बिजली और विभागीय कर्मियों को लेकर पनपे गुस्से को शांत करने के लिए वाला निशाना केवल जुमला मात्र है या सही में वह अधिकारियों को निशाने पर लिए हैं, ऐसे में यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि अधिकारियों पर कार्रवाई के परिणाम के बाद ही पता चलेगा कितनो पर कार्रवाई हुई? और किस पर गाज गिरी?