CG Murder Case: हत्या का सनसनीखेज खुलासा
पुलिस ने चार
आरोपियों को गिरतार कर लिया है। इनमें एक नाबालिग शामिल है। जबकि, एक आरोपी राकेश ध्रुव फरार है। अमित चौधरी के भाई अमन चौधरी ने 24 जुलाई को पिथौरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि अमित दोपहर 12 बजे घर से निकला था और वापस नहीं लौटा। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग के आधार पर पुलिस ने मुख्य संदिग्ध पुखराज को ओडिशा के खरियार रोड के पास से हिरासत में लिया।
पूछताछ में पुखराज ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसका अमित के साथ पहले एक ढाबे पर विवाद हुआ था।24 जुलाई की रात टप्पा सेवइया में अमित को देखकर पुखराज, प्रेमन, वेद प्रकाश, राकेश ध्रुव और एक नाबालिग ने मिलकर अमित पर हमला किया। पहले हाथ, मुक्कों और डंडों से पिटाई की। फिर अमित को टेका पुल के पास नदी किनारे ले जाकर दोबारा मारपीट की।
प्रारंभिक
पोस्टमॉर्टम जांच में पता चला कि अमित के सिर में धारदार हथियार से गहरी चोट थी। जिससे उसकी मौत हुई। आरोपियों ने शव को नाले में रेत के नीचे दबा दिया और उसकी बाइक को कौड़िया जंगल में जला दिया। शव घटनास्थल से मात्र 200 मीटर दूर होने के बावजूद पुलिस को उसे बरामद करने में चार दिन लगे। जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी है। पूछताछ से अन्य संदिग्धों के नाम भी सामने आ सकते हैं।
हत्या के फरार आरोपी की तलाश शुरू
पुलिस ने 29 जुलाई को पिलवापाली जंगल के नाले से अमित का शव बरामद किया। जली हुई मोटरसाइकिल की घटनास्थल से मात्र 200 मीटर दूर थी। शव की पहचान के लिए अमन चौधरी को बुलाया गया। जिसने शव की पहचान की। मौके पर एसडीएम ओंकारेश्वर सिंह, एसडीओपी अजीत ओगरे, थाना प्रभारी टी उमेश वर्मा और अन्य अधिकारी मौजूद थे। पुलिस ने धारा 103(1) के तहत हत्या और साक्ष्य छिपाने का मामला दर्ज कर फरार
आरोपी राकेश ध्रुव की तलाश शुरू कर दी है। एएसपी प्रतिभा पाण्डेय ने बताया कि चार आरोपियों को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की जा रही है।