जानें पूरा मामला
रविवार देर शाम पुलिस को सूचना मिली कि अशरफाबाद क्षेत्र में एक घर में परिवार के तीन सदस्यों के शव संदिग्ध परिस्थितियों में पड़े हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि तीनों शव अलग-अलग कमरों में पड़े थे। मौके पर कोई संघर्ष या हिंसा के निशान नहीं मिले। फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड को भी मौके पर बुलाया गया। कमरे में एक खाली जहर की शीशी मिलने के बाद आत्महत्या की आशंका और मजबूत हुई। हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और विसरा परीक्षण के बाद ही कारणों की पुष्टि हो सकेगी।काकोरी में 14 बीघा अवैध प्लाटिंग पर चला बुलडोजर: एलडीए की बड़ी कार्रवाई
मृतकों की पहचान
मृतक शोभित रस्तोगी (42) पेशे से एक छोटी दुकान चलाते थे। उनकी पत्नी सुचिता (38) गृहिणी थीं और बेटी प्रीति (16) कक्षा 11वीं की छात्रा थी। तीनों मिलकर इसी मकान में रहते थे। परिवार मध्यमवर्गीय था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से आर्थिक समस्याओं और पारिवारिक तनाव से जूझ रहा था। पड़ोसियों के अनुसार, शोभित अक्सर आर्थिक समस्याओं की बात करते रहते थे। उन्होंने कुछ महीने पहले दुकान में घाटे के चलते ऋण लिया था, जिसकी किस्तें समय से नहीं दे पा रहे थे। इसके अलावा, पति-पत्नी के बीच भी अंतर्कलह की खबरें थीं।अब लखनऊ बनेगा नया NCR: 6 जिलों की सूरत संवारेगा SCR
आसपास के लोगों की प्रतिक्रिया
पड़ोसी सुरेश वर्मा ने बताया कि “हमने कभी नहीं सोचा था कि इतना शांत परिवार ऐसा कदम उठाएगा। दोपहर से घर में कोई हलचल नहीं थी, शाम को जब दरवाजा नहीं खुला, तो शक हुआ। पुलिस को सूचना दी गई।” एक अन्य पड़ोसी महिला ने बताया कि पिछले कुछ हफ्तों से घर में अजीब सन्नाटा रहता था। बेटी को भी स्कूल जाते कम ही देखा गया। कुछ लोगों ने यह भी बताया कि शोभित और उनकी पत्नी के बीच कई बार बहस की आवाजें सुनी जाती थीं।बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत: किस्तों में बिल जमा कर मिलेगा नया कनेक्शन
पुलिस की कार्रवाई व जांच की दिशा

चौक थाना प्रभारी ने जानकारी दी कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा “घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच कर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की पुष्टि हो रही है, लेकिन हम हत्या या अन्य कोणों को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते।” पुलिस ने परिवार के रिश्तेदारों, मित्रों और पड़ोसियों से पूछताछ शुरू कर दी है। मोबाइल फोन, लैपटॉप, और घर में मिले कागजात की डिजिटल फॉरेंसिक जांच की जा रही है।