सेना की कार्रवाई, देश का गर्व भारतीय सेना की इस सर्जिकल स्ट्राइक को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है, जिसने एक बार फिर दिखा दिया कि भारत अपनी सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्रवाई को सलाम करते हुए कहा, “जय हिंद! जय हिंद की सेना!” वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “पराक्रमो विजयते!” यानी वीरता की ही विजय होती है।
उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट, सुरक्षा के सख्त इंतजाम उत्तर प्रदेश में आतंकी खतरे की आशंका को देखते हुए DGP प्रशांत कुमार ने सभी जिलों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। लखनऊ, कानपुर, मेरठ, वाराणसी और नोएडा जैसे प्रमुख शहरों में जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है, वाहनों की गहन जांच चल रही है, और सुरक्षा बल पूरी सतर्कता के साथ मुस्तैद हैं।
DGP का स्पष्ट निर्देश: पुलिस बल हर स्थिति के लिए तैयार रहे। संवेदनशील और महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाई जाए।फील्ड यूनिट्स रक्षा इकाइयों से समन्वय बनाए रखें।जनता को अफवाहों से दूर रहने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की अपील।
इतिहास में पहली बार, 1971 के बाद रेड अलर्ट पूर्व DGP सुलखान सिंह ने बताया कि “1971 के युद्ध के बाद यह पहला अवसर है जब किसी आतंकी घटना के मद्देनजर पूरे राज्य में रेड अलर्ट घोषित किया गया है।”
संत समाज भी उतरा समर्थन में श्रृंगवेरपुर धाम के पीठाधीश्वर जगतगुरु शांडिल्य जी महाराज ने सरकार और सेना की इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा, “पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। हमें अपनी सरकार पर गर्व है कि उसने आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया।” साधु-संतों ने आतिशबाजी और दीप जलाकर विजय का उत्सव मनाया।
रेड अलर्ट क्या है? रेड अलर्ट एक चेतावनी प्रणाली है जो संभावित बड़े खतरे – जैसे आतंकी हमले, युद्ध या गंभीर सुरक्षा संकट – की स्थिति में नागरिकों और एजेंसियों को सचेत करती है। इसमें सुरक्षा बलों की सक्रियता बढ़ा दी जाती है और आम जनता को सतर्क रहने व सरकारी निर्देशों का पालन करने को कहा जाता है।
भारत का संदेश साफ है: हमला किया तो छोड़ा नहीं जाएगा। अब जवाब सिर्फ शब्दों में नहीं, कार्रवाई में मिलेगा।