पुलिस ने बताया कि हत्या की वजह जमीन के रास्ते को लेकर पारिवारिक विवाद है। मृतक के पिता संपत और उनके भाई बद्रीलाल के बीच झालावाड़ जिले के बांसखेड़ा गांव में खेत के रास्ते को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते जुलाई 2024 में भी शंकर ने अपने साथियों के साथ हरिओम के परिवार के साथ मारपीट की थी, जिसकी शिकायत पनवाड़ थाने में दर्ज कराई गई थी।
आरोपी का नहीं लगा कोई सुराग
सीआई रामलक्ष्मण गुर्जर ने बताया कि हत्या के बाद से आरोपी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। इधर, हरिओम के परिजनों ने एमबीएस हॉस्पिटल में शव लेने से इंकार करते हुए आरोपी के खिलाफ सत कार्रवाई और आर्थिक सहायता की मांग की। लाडपुरा तहसीलदार राजवीर यादव की समझाइश पर परिजन दोपहर 2 बजे शव उठाने को राजी हुए। हरिओम के ताऊ राधेश्याम और चचेरे भाई कुंज बिहारी ने बताया कि आरोपी शंकर और उसके पिता रामप्रसाद आदतन अपराधी हैं और इनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। परिजनों ने शंकर के घर पर बुलडोजर चलाने और मृतक परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।