राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए कहा कि हमारी सेना ने ‘जिन्ह मोहि मारा, तिन मोहि मारे’ के आदर्श पर चलते हुए जवाब दिया है। यह सिर्फ प्रतिशोध नहीं, बल्कि न्याय है, उन मासूमों के लिए जिन्होंने आतंकी हमले में जान गंवाई।
‘हनुमान के आदर्शों से प्रेरित था’- राजनाथ सिंह
बुधवार को सीमा सड़क संगठन (BRO) के स्थापना दिवस समारोह में बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने इस ऑपरेशन में हनुमान जी के आदर्शों का पालन किया है। जैसे उन्होंने अशोक वाटिका उजाड़ते हुए कहा था- ‘जिन्ह मोहि मारा, तिन मोहि मारे’- वैसे ही हमने भी केवल उन्हीं को निशाना बनाया जिन्होंने हमारे निर्दोष नागरिकों की हत्या की थी। राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी ठिकानों को सटीकता से नष्ट किया गया है और एक भी निर्दोष नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना या किसी नागरिक क्षेत्र पर हमला नहीं किया गया, जिससे सेना की ‘संवेदनशीलता और मानवता’ का प्रमाण मिलता है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने सटीक निशाना लगाया, तेजी से कार्रवाई की और सबसे महत्वपूर्ण बात, किसी भी आम नागरिक या उनके घरों को नुकसान नहीं पहुंचाया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन केवल आतंकियों के प्रशिक्षण शिविरों और बुनियादी ढांचों तक सीमित रहा, न कि किसी नागरिक क्षेत्र पर।
आतंकी हमले का निर्णायक जवाब
बता दें, भारत की तरफ से यह कार्रवाई पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद की गई है, जिसमें कई निर्दोष नागरिक मारे गए थे। ऑपरेशन सिंदूर उसी का जवाब था। इस हमले में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। बता दें कि इस हमले में आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग मारे गए हैं। भारत के इस हमले में मसूद के 4 करीबियों की भी मौत हुई है।