पुलिस महिला सचिव की मौत संदिग्ध परिस्थिति में मान रही है। पुलिस ने बताया कि मंगलवार की शाम सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गोकुलनगर स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के मकान ईडब्ल्यूएस जी- 6 में एक महिला की लाश जली हुई अवस्था में मिली। आग से शरीर 80 फीसदी तक जल गया था। महिला की पहचान सुष्मा खुसरो (22) से की गई है। वह विकासखंड पाली अंतर्गत ग्राम तेलसरा की रहने वाली थी। समाज कल्याण विभाग के अधीन ग्राम पंचायत बांगो में सचिव के पद पर कार्यरत थी। हाउसिंग बोर्ड गोकुलनगर में किराए के मकान में रहती थी।
पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि सुष्मा ने हरदीबाजार क्षेत्र के गांव छुहिया में रहने वाले अभिनेक आदिले (24) संग ब्याह रचा ली थी। लेकिन सुष्मा के ब्याह रचाने की जानकारी गांव में रहने वाली उसकी बुजुर्ग मां और परिवार के अन्य सदस्यों को नहीं थी।
उसकी मां ने पुलिस को बताया कि परिवार को सुष्मा की मौत की खबर नहीं दी गई थी। इतना बताया था कि सुष्मा के साथ कोरबा में एक बड़ी घटना हुई है। आप लोग जल्दी आ जाइए। सूचना मिलते ही सुष्मा की मां, उसका छोटा भाई और अन्य रिश्तेदार तेलसरा से कोरबा पहुंचे। उन्हें सुष्मा के शव को दिखाया तो परिवार का रो- रोकर बुरा हाल था। बेटी की मौत के लिए सुष्मा की मां ने अभिनेक आदिले को दोषी हठराया है।
प्रशिक्षण के दौरान सुष्मा और अभिनेक की हुई पहली मुलाकात
पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पिता की मृत्यु के बाद सुष्मा को पंचायत में सचिव के पद पर अनुकंपा नौकरी मिली थी। वर्ष 2023 में जिला पंचायत कोरबा में आयोजित एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में सुष्मा की पहली मुलाकात अभिनेक आदिले संग हुई थी। अभिनेक भी
पंचायत में सचिव के पद पर कार्यरत है। दोनों एक दूसरे से फोन पर बातचीत करने लगे थे। इसके बाद दोनों ने बुधवारी बाजार के मीना बाजार में प्रेम का इजहार किया था। 05 मई, 2024 दोनों ने आर्य समाज बिलासपुर में शादी कर ली थी। लेकिन इसकी जानकारी परिवार को नहीं थी।
CG Murder Case: बैंक गया था अभिनेक
घटना मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे की बताई जा रही है। लेकिन पुलिस को सूचना अभिनेक ने शाम करीब 5 बजे दी। अभिनेक ने पुलिस ने बताया है कि वह बैंक गया हुआ था। जब वह घर पहुंचा तो सुष्मा की जली हुई लाश कमरे में पड़ी थी। उसने घटना की सूचना पुलिस को दिया। तेलसरा में रहने वाले सुष्मा के परिवार को भी बताया। अभिनेक ग्राम पंचायत श्यांग में सचिव के पद पर कार्यरत है।
परिवार को हर माह देती थी 5 से 7 हजार रुपए
सुष्मा को अनुकंपा नौकरी मिली थी। वह तेलसरा में रहने वाले अपने परिवार को प्रत्येक माह 5 से 7 हजार रुपए देती थी। समय- समय पर घर भी जाती थी, लेकिन कभी परिवार ने सुष्मा के माथे पर सिंदूर या हाथ में चुड़ी नहीं देखा। वह अविवाहित लड़की की तरह रहती थी। परिवार को नहीं पता था कि सुष्मा ने अभिनेक संग ब्याह रचा ली है और कोरबा में किराए के मकान में दोनों रहते हैं।
पड़ोसियों ने नहीं देखा सुष्मा का चेहरा
पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि गोकुल नगर के जिस मकान में सुष्मा और अभिनेक रहते थे, उसकी जानकारी भी परिवार को नहीं थी। सुष्मा का चेहरा कभी पड़ोसियों ने नहीं देखा। वह चेहरे को कपड़े से ढककर आती जाती थी।