Korba News: 24 घंटे से रुक-रुककर हो रही बारिश
गुरुवार को शाम रिमझिम बारिश हुई, जो शुक्रवार को भी जारी रहा। रुक-रुक हो रही
झमाझम बारिश से लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। नदी नाले उफान पर हैं। दर्री बरॉज में तेजी से पानी बढ़ रहा है। इसकी वजह से शुक्रवार सुबह डेम का जलस्तर अचानक बढ़ गया। जल संसाधन विभाग ने बरॉज का पानी कम करने के लिए शुक्रवार सुबह लगभग 9.30 बजे दो गेट खोले गए।
बताया जा रहा है कि गेट नंबर सात फीट तक और चार नंबर गेट तीन फीट तक खुले हैं। इन दोनों को लगभग 14928 मिले घन मीटर प्रतिसेकंड की रफ़्तार से हसदेव नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। इसके अलावा हसदेव नदी की सहायक नदी अहरिन नदी, छिंदईनाला सहित कई सहायक नदी उफान पर है। इसका भी पानी हसदेव नदी में आ रहा है। इससे जलस्तर बढ़ गया।
बांगो बांध का जल स्तर एक दिन में एक मीटर तक बढ़ा
करतला क्षेत्र में छिंदईनाला के उफान से बांधापाली व घिनारा के मध्य स्थित पुल डूब गया। पुल के उपर पानी के तेज बहाव के बीच एक ट्रैक्टर चालक ने जान जोखिम में डालकर पुल पार करने का प्रयास किया। ट्रेक्टर बीच पुल पर फंस गया। किसी तहर ट्रैक्टर को बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है कि यह पुल कोरबा को खरसिया और रायगढ़ से जोड़ता है। वहीं अहिरन नदी के उफान से हरदीबाजार व रेकी के पास स्थित पुल से उपर से पानी बह रहा है। पाली व
बिलासपुर जाने के लिए क्षेत्र के लोग इस पुल का उपयोग करते हैं। इसी तरह कुदमुरा क्षेत्र अंतर्गत हुंकरा नाला के उपर से पानी तेज बहाव के कारण कुदमुरा, बरपाली से लगे लगभग दर्जनभर गांवों से संपर्क टूट गया है। इन गांवों में आवाजाही के लिए यही एक रास्ता है। लोगों से सतर्क रहने कहा गया है।
जर्जर सड़काें से आवाजाही हुई मुश्किल, विभाग नहीं दे रहा ध्यान
बारिश की वजह से जर्जर सड़कों से आवाजाही भी मुश्किल हो गया है। इमलीछापर चौक पर पानी निकासी की सुविधा नहीं होने की वजह से जल-जमाव की स्थिति निर्मित हो रही है। वहीं सर्वमंगला तिराहा और पुल की सड़क के गड्ढों में भी पानी भर गया है। वाहन चालकों का आवाजाही काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालक गड्ढों से बचकर आना-जाना कर रहे हैं। इसी तरह इससे हादसे का खतरा बना हुआ है।
निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों की बढ़ी परेशानी
दर्री बरॉज के गेट खुलने के बाद से हसदेव नदी के आसपास व निचली बस्तियों में रहने वाले लोगाें की परेशानी एक बार फिर बढ़ गई है। इससे सबसे अधिक परेशान सीतामणी, पुरानी बस्ती, बालकोनगर सहित आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगाें की चिंता बढ़ा दी है। पिछले साल हसदेव नदी का जलस्तर बढ़ने से सीतामणी क्षेत्र के लगभग दो दर्जन से अधिक घरों में पानी भर गया था।
बरपाली में सबसे अधिक और अजगरबहार में कम हुई वर्षा
तहसील में चौबीस घंटे के भीतर वर्षा ड्रैगनबहार 30.0 कोरबा5.5 भैस्मा 80.0 करताला 35.0 बरपाली 144.5 कटघोरा 75.9 दीपका 58.3 दर्रे 30.4 पाली 57.6 हरदीबाज़ार 64.4 पोडी उपरोडा 32.6 पसान 97.0 जिले का औसत वर्षा 71.5