जिला अस्पताल की शिशु गहन चिकित्सा इकाई में ना कोई खिलौना है, ना हंसी की किलकारियां गूंजती है, लेकिन यहां हर पल जिंदगी की जंग लड़ी जा रही है। यहां कुछ ऐसे मासूम भर्ती है, जिन्हें इस दुनिया में आते ही त्याग दिया गया। कोई कचरे में मिला, कोई झाड़ियों में पड़ा रोता हुआ मिला। लेकिन इन बच्चों के लिए इस अस्पताल की नसें किसी मां से कम नहीं है। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर हम बात कर रहे है ऐसी नर्सों की जो हर पल इन नन्हीं जिंदगियों के लिए प्राणवायु बन चुकी है।
खंडवा•May 12, 2025 / 12:27 pm•
Deepak sapkal
Hindi News / Khandwa / अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर विशेष- नन्हीं जिंदगियों के लिए प्राणवायु दे रही नर्से, मां की तरह देखभाल