आपात स्थिति से निपटने के लिए नागरिकों और स्वयं सेवकों को बचाव, कल्याण सामग्री बचाव, शव निस्तारण, गोदाम व परिवहन सेवा के बारे में आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सभी स्कूलों, कॉलेजो, कार्यालयों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। आपात स्थिति में बचाव के लिए प्राथमिक उपचार, अग्निशमन, रेस्क्यू तकनीक की शिक्षा प्रदान की जाएगी। सुरक्षा उपायों के संबंध में जानकारी दी जाएगी।
पुलिस आरआइ अरविंद दांगी ने बताया कि नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवकों के आपदा प्रबंधन की प्रशिक्षण कार्यशाला में 18 से 50 वर्ष तक के वॉलंटियर शामिल हो सकते है। वॉलंटियर्स को प्रशिक्षण में अपने साथ 2 फोटो, पेन और एक डायरी साथ में लाना अनिवार्य है। इस प्रशिक्षण में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर प्रशिक्षण प्राप्त कर भविष्य में होने वाली किसी भी आपदा से हम अपने देश व शहर के लोगो की सुरक्षा में अपना सहयोग देने योग्य बन सकेंगे।