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आइसीयू में जाने से पहले मां को निकाल कर दिए जेब में रखे रुपए, 10 मिनट बाद मिली बेटे की लाश

परिजनों का आरोप कि इलाज में लापरवाही बनी जानलेवा, स्पर्श हॉस्पिटल में उपचार शुरू होते ही युवक की मौत, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

कटनीJul 28, 2025 / 09:03 pm

balmeek pandey

कटनी. शहर के हीरागंज स्थित प्राइवेट स्पर्श हॉस्पिटल में इलाज के दौरान एक 25 वर्षीय युवक की मौत का मामला सामने आया है। परिजनों ने चिकित्सक व अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि जैसे ही इलाज शुरू हुआ, युवक की हालत अचानक बिगड़ गई और उसकी जान चली गई। घटना के बाद पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। यह घटना एक बार फिर निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है।
जानकारी के अनुसार अरविंद विश्वकर्मा पिता रामकिशोर विश्वकर्मा (25) निवासी बुजबुजा थाना बरही को रविवार सुबह अरविंद को पेट दर्द, पेशाब की रुकावट और बुखार की शिकायत के चलते स्पर्श हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। परिजनों के अनुसार, प्रबंधन ने 10 हजार रुपए जमा कराकर कहा कि बच्चा ठीक हो जाएगा, आइसीयू में भर्ती करना पड़ेगा। जैसे ही उसे आइसीयू में शिफ्ट किया गया, तुरंत दो इंजेक्शन लगाए गए और नाक में नली डाली गई। इसके बाद अचानक ब्लीडिंग शुरू हो गई और उसकी तबीयत तेजी से बिगड़ गई।

तबियत बिगड़ते ही अस्पताल ने झाड़ा पल्ला

मृतक के पिता रामकिशोर व भाई पुष्पेंद्र विश्वकर्मा सहित अन्य परिजनों का आरोप है कि जैसे ही युवक की हालत नाजुक हुई, अस्पताल ने उसे तत्काल बाहर ले जाने को कह दिया और कहा कि अब उसे बचा पाना मुश्किल है। वे तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन ड्यूटी डॉक्टर ने अरविंद को मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिवार ने स्पर्श अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बिना किसी गहन जांच या सावधानी के इंजेक्शन और नली डाली गई, जिससे अरविंद की हालत बिगड़ गई। परिजनों का कहना है कि यह सीधे तौर पर जानलेवा लापरवाही है, जिसके लिए अस्पताल जिम्मेदार है।

सूचना पर पहुंची पुलिस

घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस स्पर्श हॉस्पिटल पहुंची। मामले को जांच में लिया है। अस्पताल में कोई अप्रिय स्थिति न बने, इसको लेकर काफी देर तक पुलिस अस्पताल में मौजूद रही। स्पर्श हॉस्पिटल में युवक की मौत के बाद से अन्य मरीजों के परिजन भी सकते में आ गए। इधर जिला अस्पताल में चौकी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और पीएम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सके। सवाल यही है कि क्या इलाज के नाम पर लापरवाही का ये सिलसिला यूं ही चलता रहेगा? क्या निजी अस्पतालों की मनमानी पर लगाम लगेगी या फिर मरीज यूं ही इलाज के नाम पर दम तोड़ते रहेंगे?

बिलखती रही मां व पिता, जीवित करने लगाती रही गुहार

बेटे की मौत की खबर सुनते ही मां उमा विश्वकर्मा व पिता विलख पड़े। मां जिला अस्पताल की चौखट में मां पछाड़ खा-खाकर गिर रही थी। डॉक्टरों से बेटे को जिंदा कर देने की गुहार लगाती रही। मेरा बेटा अब कहां मिलेगा, काहे डॉक्टरों ने मार दिया कहकर चीखती रही। पिता भी रुंधे हुए गले से यही कह रहे थे कि अब बेटा का पोस्टमार्टम कर शरीर न खराब कराओ, किसी तरह घर ले चलो। स्पर्श हॉस्पिटल का डॉक्टर बेटे के लिए काल बन गया।
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हार्ट की गति रुकते ही हमने पीएम के लिए भेजा: डॉ. बजाज

इस पूरे मामले को लेकर स्पर्श हॉस्पिटल के संचालक डॉ. प्रसंग बजाज का कहना है कि मेरे अस्पताल आने से पहले दो अन्य अस्पताल जिला अस्पताल व नवजीवन अस्पताल में युवक को दिखाया गया था। वहां पर इलाल नहीं हुआ। यहां उनके परिजनों को बताया गया कि बच्चे की परिस्थिति खराब है, जीवन को धोखा है। परिजनों ने इलाज करने कहा तो आइसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू किया। नाक से नली डाली, तभी भरकर खून आया, परिजनों को कहा गया कि तत्काल में ब्लड का इंतजाम नहीं हो सकता, पल्स-बीपी भी ठीक नहीं था। इसकी जान बचा पाना संभव नहीं है, आप इसे सरकारी अस्पताल ले जाएं, क्योंकि ब्लड बैंक सिर्फ सरकारी अस्पताल में है। युवक 10-12 साल से शराब पीता था, तो संभवत: लीवर खराब हो गया होगा, खून की नस फट गई होगी, यह बताने पर परिजन आपा खो बैठे। 5 से 10 मिनट में हार्ट की गति रुक गई, इसके बाद हमने पोस्टमार्टम के लिए सरकारी जिला अस्पताल भेज दिया, जहां पर उचित कार्रवाई हो जाएगी।
वर्जन
स्पर्श हॉस्पिटल में युवक की मौत के मामले में शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल पाएगा। मर्ग प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच कराई जा रही है।
अजय बहादुर सिंह, टीआई कोतवाली।
वर्जन
स्पर्श हॉस्पिटल में युवक की मौत किन परिस्थितियों में हुई है, इसका पता लगाया जाएगा। परिजनों की शिकायत पर मामले की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. राज सिंह, सीएमएचओ।

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