
1999 में जब कारगिल की बर्फीली चोटियों पर दुश्मन ने घुसपैठ की, तो परमानंद चतुर्वेदी की 401 लाइट एडी रेजीमेंट जम्मू-कश्मीर के पंड्राज पोस्ट पर तैनात थी। उनकी ड्यूटी के दो साल पूरे हो चुके थे, वापस लौटना था, लेकिन जैसे ही युद्ध छिड़ा, वे फिर से मोर्चे पर डट गए, बिना एक पल गवाए, बिना कोई सवाल पूछे। ब्रिगेडियर सतवीर सिंह के नेतृत्व में काम कर रही रेजीमेंट को आदेश मिला कि दुश्मन चार ऊंची पहाडिय़ों पर कब्जा कर चुका है। पहले 15-बिहार की कंपनी ने पेट्रोलिंग की जिसे पाकिस्तानी सेना खत्म कर दिया था। नागा रेजीमेंट की पेट्रोलिंग टीम ने पुष्टि की और फिर शुरू हुआ भारत का पलटवार एक सुनियोजित, साहसी और निर्णायक प्रतिकार। सूचना मिली कि चार पहाडिय़ों पर पाकिस्तानी सेना ने कब्जा कर लिया है। नागा कंपनी द्वारा की गई पेट्रोलिंग में यह पुष्टि हुई, जिसके बाद प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के आदेश पर सेना ने पूरी ताकत झोंक दी थी। 1999 के कारगिल युद्ध के संस्मरण को याद करते हुए परमानंद बताते हैं युद्ध की भयंकरता और दुश्मनों की कायरता ने भारतीय सेना को और अधिक संगठित और दृढ़ बना दिया।

मौत की आंखों में आंखें डालकर खड़ी रही भारतीय सेना
परमानंद बताते हैं 28 हजार फीट नीचे खड़ी भारतीय सेना ऊपर चढऩे का रास्ता तलाश रही थी। ऊपर से गिरता हर पत्थर मौत बनकर आता था। लेकिन हम डरे नहीं… झुके नहीं… रुके नहीं। 15 दिनों तक बोफोर्स तोपों से लगातार फायरिंग की गई। मिराज-2000, मिग-21 और जगवार जैसे लड़ाकू विमानों से आकाश से आग बरसी। नीचे से पैदल सेना ने दुश्मन की हर हरकत को कुचलना शुरू किया। 21वें दिन पोस्ट पर कब्जा कर लिया गया, लेकिन असली कहानी तब शुरू हुई जब पाकिस्तान के दो हेलीकॉप्टर भारत की सीमा में घुस आए। मैंने अपनी आंखों के सामने अपने तीन साथियों को खोया और फिर मेरी अंगुली ट्रिगर पर थम गई।भर आती हैं जब वे उस क्षण को याद करते हैं…
परमानंद ने कहा कि देश के दुश्मन का हेलीकॉप्टर आया… हमला किया… और हमारे तीन साथी शहीद हो गए। खून से लथपथ धरती मां कुछ कह नहीं रही थी, लेकिन उसका मौन चिल्ला रहा था बदला लो! जब दुश्मन का दूसरा हेलीकॉप्टर लौटा, तो परमानंद चतुर्वेदी ने इगला मिसाइल थामी और चुपचाप निशाना साधा, फायर किया। हेलीकॉप्टर आग का गोला बनकर गिरा उसमें सवार 17 पाकिस्तानी सैनिकों सहित हथियार और गोला-बारूद का जखीरा खत्म हो गया। थोड़ी ही देर बाद दूसरा हेलीकॉप्टर भी परमानंद की मिसाइल से टकराकर आसमान में बिखर गया।