झालावाड़ स्कूल हादसा: छत गिरने से 7 बच्चों की मौत, 32 गंभीर घायल, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने जताया दुख; दिए ये निर्देश
Jhalawar School Building Collapse: झालावाड़ के पीपलोदी गांव में सरकारी स्कूल की एक जर्जर इमारत की छत बारिश के दौरान अचानक ढह गई, जिसके मलबे में दबकर 7 बच्चों की मौत हो गई।
Jhalawar School Building Collapse: झालावाड़ में सरकारी स्कूल में हुए दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। मनोहरथाना ब्लॉक के पीपलोदी गांव में स्थित सरकारी स्कूल की एक जर्जर इमारत की छत बारिश के दौरान अचानक ढह गई, जिसके मलबे में दबकर 7 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 28 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे के बाद पीएम मोदी, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, सीएम भजनलाल सहित सभी नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
केन्द्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंन्द्र प्रधान ने झालावाड़ के पीपलोदा में स्कूल की छत गिरने से बच्चों की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि झालावाड़, राजस्थान में स्कूल की छत गिरने से विद्यार्थियों के हताहत होने की खबर अत्यंत पीड़ादायक है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से बात कर बचाव कार्यों का जायजा लिया। राहत और बचाव कार्य जारी है एवं घायल बच्चों के उपचार के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। इस हादसे में पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। ईश्वर से कम जनहानि और घायलों के यथाशीघ्र ठीक होने की प्रार्थना करता हूँ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर शोक व्यक्त किया और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। ग्रामीणों के अनुसार, स्कूल में कुल 7 क्लासरूम थे, जिनमें से एक में हादसा हुआ। उस समय स्कूल में दो शिक्षक मौजूद थे, लेकिन वे इमारत के बाहर थे।
झालावाड़, राजस्थान में स्कूल की छत गिरने से विद्यार्थियों के हताहत होने की खबर अत्यंत पीड़ादायक है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री @BhajanlalBjp जी और शिक्षा मंत्री श्री @madandilawar जी से बात कर बचाव कार्यों का जायजा लिया। राहत और बचाव कार्य जारी है एवं घायल बच्चों के उपचार के…
बता दें, हादसा उस समय हुआ जब 7वीं कक्षा के 35 से ज्यादा बच्चे क्लासरूम में पढ़ाई कर रहे थे। भारी बारिश के बीच स्कूल का एक क्लासरूम पूरी तरह ढह गया और सभी बच्चे मलबे में दब गए। स्थानीय ग्रामीणों और शिक्षकों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकाला।
मनोहरथाना अस्पताल के डॉ कौशल लोढ़ा ने बताया कि 35 घायल बच्चों को अस्पताल लाया गया, जिनमें से 5 की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। गंभीर रूप से घायल 11 बच्चों को झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां 2 और बच्चों ने दम तोड़ दिया।
यहां देखें वीडियो-
मृतक बच्चों की हुई पहचान
मृतक बच्चों की पहचान पायल (14), प्रियंका (14), कार्तिक (8), हरीश (8), कान्हा, सतीश, कुंदन (12) और मीना के रूप में हुई है। घायल बच्चों में कुंदन, मिनी, वीरम, मिथुन, आरती, विशाल, अनुराधा, राजू, और शाहीना शामिल हैं, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए झालावाड़ रेफर किया गया है।
शिक्षामंत्री घटनास्थल के लिए रवाना
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर आज भरतपुर के दौरे पर थे, उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर तत्काल झालावाड़ के लिए रवाना हो गए। रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता घायल बच्चों को राहत देना और उनका इलाज सुनिश्चित करना है। राजस्थान में हजारों स्कूल भवन जर्जर हालत में हैं, जिन्हें ठीक करने के लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
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