हकीकत: जानने-समझने में लगता है समय
भारत-पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में बसे जैसलमेर जिले को जानने-समझने में किसी भी पुलिस अधिकारी को समय लगता है। करीब 38 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में बसे जिले में कानून-व्यवस्था को सुचारू रखने और अपराधों पर नियंत्रण के लिए जान-समझ कर ही व्यापक व्यूह रचना तैयार की जा सकती है। इस लिहाज से देखा जाए तो पुलिस अधीक्षक के तौर पर आइपीएस अधिकारी का औसत कार्यकाल काफी कम है।
सोनी को सबसे लम्बा कार्यकाल
जिले में अब तक आइपीएस भगवानलाल सोनी को सबसे अधिक समय तक पुलिस अधीक्षक के रूप में काम करने का अवसर मिला है। उन्होंने 4 फरवरी 1994 से 17 मई 1997 तक यानी सवा तीन साल तक अपनी सेवाएं दी। उनके अलावा राजीव दासोत, अनिल पालीवाल, संजीव नार्जरी, पी रामजी, नवज्योति गोगोई, गौरव यादव ने भी अच्छा समय निकाला। दूसरी ओर अंशुमान भोमिया, केबी वंदना, सुमेश कल्ला, एस परिमला, पंकज चौधरी, हेमंत शर्मा, विकास शर्मा, जगदीश चंद्र शर्मा और विकास सांगवान जैसे अधिकारियों को 3 से 9 माह तक ही इस पद पर रहने का मौका मिला।
चार महिला पुलिस अधीक्षक
सीमांत जिले में चार महिला आइपीएस केबी वंदना, एस परिमला, ममता विश्रोई और किरण कंग ने भी एसपी के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं। ममता विश्रोई और किरण कंग ने क्रमश: 19 और 18 महीनों तक काम किया।
गत 25 वर्षों में पदस्थापित पुलिस अधीक्षक
सुनील दत्त 10.5.2000 से 23.8.2001संजीव नार्जरी 23.8.01 से 20.5.03 पी रामजी 21.5.03 से 27.6.05नवज्योति गोगोई 1.9.05 से 20.2.08 केबी वंदना 21.2.08 से 23.8.08सुमेश कल्ला 23.8.08 से 11.2.09 डॉ. विष्णुकांत 11.2.09 से 7.4.10एस परिमला 7.4.10 से 1.12.10 अंशुमान भोमिया 1.12.10 से 21.3.11ममता विश्रोई 18.5.11 से 23.2.13 पंकज चौधरी 23.2.13 से 3.8.13हेमंत शर्मा 3.8.13 से 11.1.14 विकास शर्मा 11.1.14 से 28.10.14डॉ. राजीव पचार 30.1.14 से 2.7.16
गौरव यादव 2.7.16 से 22.7.18जगदीशचंद्र शर्मा 23.7.18 से 9.1.19 किरण कंग 9.1.19 से 6.7.20डॉ. अजयसिंह 8.7.20 से 23.1.22 भंवरसिंह नाथावत 24.1.22 से 30.4.23विकास सांगवान 3.6.23 से 18.2.24 सुधीर चौधरी 19.2.24 से 22.7.25अभिषेक शिवहरे 23.7.25 को कार्यभार संभाला