कंधे पर शव को लेकर जाते हुए और ग्रामीणों ने विधायक को हाथों में उठाया। फोटो: पत्रिका
जयपुर। राजस्थान में एक तरफ कंधों पर शव और दूसरी ओर हाथों में विधायक को उठाकर बारिश के पानी के बीच से ले जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। ये दोनों तस्वीरें सरकारी तंत्र की लापरवाही और जनप्रतिनिधियों की संवेदनहीनता पर सवाल उठा रही हैं। लोगों का कहना है कि आखिर सरकारी सिस्टम में कब सुधर होगा? वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद विधायक विवादों में घिर गए हैं।
दरअसल, दौसा जिले के लालसोट में सेडूलाई कॉलोनी के पास मंगलवार शाम भैंस चराने गए कैलाश मीना की पानी में डूबने से मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर 108 एंबुलेंस तो पहुंची, लेकिन पानी होने की बात कहते हुए कर्मचारी एंबुलेंस को आगे नहीं ले गए और न ही पैदल स्ट्रेचर ले गए। ऐसे में दो युवक वृद्ध के शव को कंधे पर डालकर जैसे-तैसे एंबुलेंस तक पहुंचे।
कंधों पर बैठकर विधायक ने किया दौरा
इधर, जयपुर ग्रामीण के सांभरलेक में तेज बारिश के दौरान प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए फुलेरा से कांग्रेस विधायक विद्याधर चौधरी निकले। ग्रामीणों ने सांभरलेक के गोपालपुरा में बाढ़ जैसे हालात बताए तो विधायक गांव तक तो पहुंच गए लेकिन जब पानी से होकर प्रभावित इलाकों तक पहुंचने की बात आई तो विधायक ने कहा कि पानी में होकर कैसे जाया जाएगा। तभी ग्रामीणों ने कहा कि आप हमारे कंधों पर बैठकर चलो…. लेकिन हमारे मकानों में जलभराव के हालात तो देखो। इसके बाद दो ग्रामीणों ने उन्हें कंधे पर बिठाया और हालात दिखाए। कंधों पर बैठे-बैठे ही विधायक दौरा कर आ गए और फिर गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए।
वीडियो वायरल होते ही विवादों में घिरे विधायक
जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ तो विधायक विवादों में घिर गए। लोगों का कहना है कि लोग चार-पांच फीट पानी के बाद घरों में कैद हैं और विधायक घुटनों तक पानी में भी नहीं उतर पा रहे हैं। इस मामले में विधायक की जमकर आलोचना हो रही है वहीं भाजपा के निशाने पर भी आ गए हैं।
Hindi News / Jaipur / Rajasthan: एक तरफ कंधों पर शव तो दूसरी ओर हाथों में MLA, दोनों तस्वीरें बनी चर्चा का विषय