नवनियुक्त डीजीपी राजीव शर्मा से बातचीत के मुख्य अंश
जवाब: राज्य के दूरदराज ग्रामीण थानों में भी ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि साइबर अपराध के शिकार व्यक्ति को एक थाने से दूसरे थाने भटकना न पड़े। चाहे थाना शहरी हो या ग्रामीण, हर जगह पीड़ित की बात सुनी जाएगी और उसे राहत दिलाने की कोशिश की जाएगी। ठगी की गई राशि वापस दिलाने के लिए भी सक्रिय प्रयास होंगे। साथ ही, साइबर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
जवाब: थाने और चौकियों को नागरिकों के अनुकूल बनाना प्राथमिक लक्ष्य होगा। हर पुलिसकर्मी संवेदनशील, व्यवहारकुशल और जवाबदेह होना चाहिए। ग्रामीण हो या शहरी-हर परिवादी की बात गंभीरता से सुनी जाएगी।
जवाब: साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौती के मद्देनजर थाने स्तर पर ही कड़ी जवाबदेही तय की जाएगी। हर थाना साइबर अपराध की रोकथाम में सक्रिय भूमिका निभाएगा।
जवाब: बीट व्यवस्था को मजबूत और जवाबदेह बनाया जाएगा। बीट प्रभारी को अपने क्षेत्र के लोगों से ऐसे जुड़ना होगा जैसे वह उसी समुदाय का हिस्सा हो। – पुलिसकर्मियों पर काम का दबाव ज्यादा है, छुट्टियां नहीं मिलतीं, इस पर क्या कहेंगे?
जवाब: यह गंभीर विषय है। पुलिसकर्मियों को समय पर अवकाश, मूलभूत सुविधाएं और परिवार के लिए सहयोग देना हमारी जिम्मेदारी है। उनके बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी सहायता दी जाएगी ताकि वे भी उच्च पदों तक पहुंच सकें।