कैसे जुड़ी हैं आंखें और किडनी का संबंध?
किडनी हमारे शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने, ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने और हार्मोन संतुलन बनाए रखने का काम करती है। जब ये फंक्शन गड़बड़ाते हैं, तो इसका असर शरीर के कई हिस्सों पर पड़ता है, और सबसे पहले ये असर आंखों में झलकता है।आंखों में दिखने वाले किडनी डैमेज के संकेत
आंखों के नीचे सूजन
अगर आप उठते ही आई-बैग्स या पफीनेस नोटिस करते हैं, तो यह केवल नींद की कमी नहीं, किडनी में प्रोटीन लीकेज का संकेत हो सकता है।पलकों का भारीपन
लगातार आंखों में भारीपन या दबाव सा महसूस होना, खासकर बिना किसी एलर्जी के, शरीर में फ्लूइड रिटेंशन का लक्षण हो सकता है।आंखों के नीचे गड्ढे
चेहरे की स्किन टोन में बदलाव या आंखों के नीचे डार्कनेस है तो यह शरीर में टॉक्सिन बढ़ने और किडनी की क्लीनिंग प्रोसेस के धीमा होने का संकेत हो सकता है।धुंधलापन दिखना
बार-बार नजर धुंधली होना, डायबिटिक पेशेंट्स में किडनी और रेटिना डैमेज का कॉमन लक्षण होता है।आंखों में जलन या खुजली
अगर आंखें जलती हैं, सूखी रहती हैं या खुजली होती है, तो यह शरीर में जमा हो रहे वेस्ट मटेरियल की वजह से हो सकता है।दृष्टि में अचानक बदलाव
अगर बिना किसी कारण के विजन में बदलाव हो रहा है, तो यह ब्लड प्रेशर या किडनी से जुड़ी समस्या का अलार्म हो सकता है।कब सतर्क हो जाना चाहिए?
अगर आप बार-बार पेशाब आने या कम आने की शिकायत महसूस करें, साथ ही पेशाब में झाग या बदबू नजर आए, तो इसे हल्के में न लें। इसके अलावा, अगर शरीर में सूजन हो, खासकर टखनों में सूजन दिखे, या आपको लगातार थकान, चक्कर आना या भूख में कमी महसूस हो, तो ये गंभीर संकेत हो सकते हैं। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से मिलना बेहद जरूरी है ताकि सही जांच और इलाज शुरू किया जा सके।क्या जांच कराएं?
-ब्लड टेस्ट (Creatinine, Urea)-यूरिन टेस्ट (Protein leakage check)
-अल्ट्रासाउंड किडनी का
-ब्लड प्रेशर और शुगर की नियमित जांच
बचाव के लिए जरूरी और आसान हेल्थ टिप्स
-हर दिन कम से कम 8–10 गिलास पानी पिएं-प्रोसेस्ड फूड और ज्यादा नमक से दूरी बनाएं
-डायबिटीज और हाई बीपी को कंट्रोल में रखें
-समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराते रहें
-एक्सरसाइज और योग को रूटीन में शामिल करें
-आंखों में सूजन दिखे तो खुद इलाज न करें, डॉक्टर की सलाह लें