रेलवे के नए नियम के तहत हर ट्रेन में 25 फीसदी वेटिंग होने पर टिकट नहीं मिलने से भी काफी यात्रियों को टिकट तक नहीं मिल रहे। पहले तो लंबी वेटिंग के चलते भी यात्रियों को वेटिंग का टिकट बन जाता था, जिससे वह वेटिंग टिकट में भी ट्रेन में पहुंचकर यात्रा कर लेते थे, लेकिन अब तो यात्रियों को टिकट तक नहीं मिल रहा है।
इन ट्रेनों में नहीं मिल रहा टिकट
9 अगस्त को रक्षाबंधन से पहले ही यात्रियों को टिकट नहीं मिल रहा है। सबसे अधिक दबाव भोपाल से दिल्ली, मुंबई और नागपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों पर दिख रहा है। ग्वालियर से अहमदाबाद, बरौनी जाने वाली लगभग सभी ट्रेनों में वेटिंग 50 तक पहुंच गई है और कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल हो गया है।
दलालों के संपर्क में आए लोग
अभी से लंबी- लंबी वेटिंग को देखते हुए लोगों ने दलालों से संपर्क बढ़ा लिया है। यात्रियों को लग रहा है कि जैसे तैसे दलालों द्वारा टिकट बनवा दिया जाएगा। वहीं कुछ लोग दूसरे स्टेशनों से भी टिकट बनवाकर यात्रा करना चाह रहे है।
करंट और तत्काल का ही सहारा
यात्रियों को अब तत्काल और करंट टिकट का ही सहारा बचा हुआ है। यह दोनों ही टिकट ट्रेन चलने से एक दिन पहले ही बन सकेंगे। अब यात्री इनके भरोसे ही बैठे हैं। इन टिकट के लिए यात्रियों को मोटी रकम भी खर्च करना पड़ेगी। प्रीमियम तत्काल में कुछ ट्रेनों में सीटें खाली पड़ी है, इसलिए अब ज्यादा पैसे खर्च कर यात्रा करना पड़ेगी। शताब्दी एक्सप्रेस में सीटें खाली हैं। 20171 वंदे भारत एक्सप्रेस में भी सीटें खाली है।
इन ट्रेनों में मिल रहा वेटिंग टिकट
ग्वालियर से जम्मू के लिए मालवा एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, अंडमान एक्सप्रेस में स्लीपर क्लास में नो रूम लिखकर आ रहा है। वहीं ग्वालियर से भोपाल व दिल्ली जाने वाली सचखंड एक्सप्रेस, भोपाल एक्सप्रेस, तमिलनाडु एक्सप्रेस, कर्नाटक एक्सप्रेस, दक्षिण एक्सप्रेस, कलिंग उत्कल एक्सप्रेस, में 8 अगस्त को वेटिंग का टिकट मिल रहा है।