अदालत ने उसे शरणार्थी कैंप में भेजने का आदेश दिया है, फिर भी घुसपैठिया जेल में मेहमानी काट रहा है। अफसर कहते हैं अलमक्की को किस कैंप में छोड़ना है, अबतक ये भी तय नहीं हुआ है। फिलहाल, पुरानी जेल की बैरक में उसे रखा गया है।
ग्वालियर के स्टेशन बजरिया से पकड़ाया था अलमक्की
आपको बता दें कि, अलमक्की को 21 सितंबर 2014 को
मध्य प्रदेश के
ग्वालियर शहर की पड़ाव थाना पुलिस ने स्टेशन बजरिया से पकड़ा था। संदिग्ध और धर्म से जुडे दस्तावेज और धार्मिक भाषणों से जुडी सीडी और एक हार्ड डिस्क भी मिली थी। पड़ाव थाने में पहुंचने पर अलमक्की ने कुछ जवानों से सांठगांठ कर अपना खेल जमाया। अरब से उसके नाम पर हर महीने पैसा आने लगा। रकम एक पुलिसकर्मी के परिजन के खाते में आती थी। उसके एवज में अलमक्की को थाने में मोबाइल, लैपटॉप, समेत थाने से बाहर आने-जाने तक की सुविधाएं मुहैया हो गईं।
जेल के डिटेक्टर सेंटर रखा गया
जेल अधीक्षक विदित सरवैया का कहना है कि, अलमक्की को शरणार्थी कैंप भेजने का आदेश है, लेकिन किस कैंप में भेजना है, अबतक तय नहीं हो सका है। इसलिए उसे जेल के डिटेक्टर सेंटर में रखा गया है।