प्रशासन द्वारा परीक्षा संबंधी समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे कि पेयजल, स्वच्छता, विद्युत आपूर्ति, प्राथमिक चिकित्सा, बैठने की समुचित व्यवस्था तथा आपदा प्रबंधन आदि को प्राथमिकता पर रखते हुए सभी परीक्षा केन्द्रों पर सुनिश्चित किया गया है। प्रत्येक केन्द्र को एक-एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं एक-एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की निगरानी में रखा गया है। जिनकी नियुक्ति पूर्व में ही डीएम द्वारा की जा चुकी है। सभी संबंधित अधिकारियों को परीक्षा से पूर्व आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान कर दिए गए हैं।
सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम
परीक्षा से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों को कोषागार के डबल लॉक में सुरक्षित रखा गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस एवं प्रशासन के समन्वय से विस्तृत कार्य योजना बनाई गई है। समस्त केन्द्र व्यवस्थापकों एवं सह-केन्द्र व्यवस्थापकों के साथ 23 जुलाई 2025 को नोडल अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें परीक्षा संचालन की प्रक्रिया, उत्तरदायित्व तथा आकस्मिक प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा की गई।
परीक्षार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि बाहरी जनपदों से आने वाले परीक्षार्थियों के लिए आईटीआई रोड, गोंडा पर विशेष आश्रय स्थल की व्यवस्था की गई है। जहाँ परीक्षार्थियों के ठहरने, शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय, बिजली, सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधा की समुचित व्यवस्था की गई है। आश्रय स्थल पर नियुक्त कर्मचारी एवं स्वयंसेवकों को यह निर्देशित किया गया है कि किसी भी परीक्षार्थी को कोई असुविधा न हो।
परीक्षार्थियों के लिए विशेष कंट्रोल
परीक्षा से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी, समस्या या आपात स्थिति के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिसका दूरभाष नंबर 05262-230125 है। यह नियंत्रण कक्ष परीक्षा दिवस सहित पूर्व एवं पश्चात तक सक्रिय रहेगा और सभी संबंधित पक्षों को त्वरित सूचना एवं सहायता प्रदान करेगा।
परीक्षार्थी तनाव मुक्त होकर दे परीक्षा
डीएम नेहा शर्मा के निर्देश पर आज प्रशासन की टीमों ने परीक्षा केन्द्रों पर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य केवल परीक्षा का सफल आयोजन नहीं, बल्कि परीक्षार्थियों को एक सकारात्मक, सुरक्षित एवं सहयोगपूर्ण वातावरण प्रदान करना है। जिससे वे तनावमुक्त होकर परीक्षा दे सकें। डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संबंधित अधिकारियों को उत्तरदायित्व का निर्वहन पूर्ण निष्ठा एवं तत्परता से करने के निर्देश दिए गए हैं।