शव की पहचान उषा बाई यादव, पति अमृत यादव निवासी झरियाबाहरा के रूप में हुई। मृतिका मंगलवार की सुबह से गायब थी। मैनपुर पुलिस ने मौके पर पंचनामा कार्रवाई की और शव को पोस्टमार्टम के लिए मैनपुर चीरघर भेजा। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
मैनपुर
पुलिस को दिए गए बयान में नकुलराम नागेश ने बताया कि उनकी बेटी उषा की 11 साल पहले झरियाबाहरा निवासी अमृत से लव मैरिज हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं। मंगलवार की सुबह 9 बजे परिवार ने एकसाथ खाना खाया। इसके बाद अमृत राजमिस्त्री का काम करने ग्राम करेली चला गया। बच्चे स्कूल चले गए। कुछ देर बाद पड़ोसियों ने अमृत को फोन कर बताया कि बच्चे रो रहे हैं। उनकी मां घर में नहीं है।
यह सुनकर अमृत यादव तत्काल घर लौटा। पूरे दिन पत्नी की तलाश करता रहा, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बुधवार सुबह बरन डोंगरे के टिकरा बाड़ी में झाड़ियों के बीच उषा का शव मिला। इस खबर से गांव में शोक का माहौल है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों के बयान लिए हैं। अभी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस ने बताया कि हर एंगल से जांच की जा रही है, जिसमें हत्या, आत्महत्या और दुर्घटना जैसे पहलु शामिल है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की विशेष टीम जांच में लगी है। परिजनों और ग्रामीणों से भी साक्ष्य और जानकारी जुटाई जा रही है।