भारत में फ्रेशर्स को इन शहरों में मिल रही सबसे ज्यादा सैलरी, चेन्नई टॉप पर जानें दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों का हाल
Top Cities for Entry-Level Salaries: अब सैलरी ग्रोथ सिर्फ मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं है। हैदराबाद, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे शहर तेजी से करियर निर्माण और बैलेंस्ड लाइफ के लिए पॉपुलर हो रहे हैं। कंपनियां भी अब इन शहरों में टैलेंट हायर करने के लिए बेहतर पैकेज देने को तैयार हैं।
Top Cities for Entry-Level Salaries in India (Image: Gemini)
Top Cities for Entry-Level Salaries in India: देश के पारंपरिक मेट्रो शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु को पीछे छोड़ते हुए अब हैदराबाद, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे शहर तेजी से नई सैलरी ग्रोथ के केंद्र बनकर उभर रहे हैं। यह जानकारी इंडीड (Indeed) की नई रिपोर्ट PayMap Survey 2025 में सामने आई है।
इस सर्वे में बताया गया है कि अब करियर और सैलरी ग्रोथ सिर्फ बड़े मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं है। नए उभरते शहरों में भी पेशेवरों को बेहतर सैलरी और करियर ग्रोथ के अवसर मिल रहे हैं।
चेन्नई और हैदराबाद सबसे आगे
रिपोर्ट के अनुसार, चेन्नई फ्रेशर्स के लिए सबसे ज्यादा औसत सैलरी देने वाला शहर बन गया है, जहां 0 से 2 साल अनुभव वाले युवाओं को 30,100 रुपये प्रति माह तक मिल रहे हैं। वहीं, हैदराबाद उन पेशेवरों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है जिनके पास 5 से 8 साल का अनुभव है। यहां मिड और सीनियर लेवल पर औसत सैलरी 69,700 रुपये प्रति माह तक पहुंच चुकी है।
महंगे शहरों में घट रहा है संतुलन
सर्वे के अनुसार, 69% कर्मचारियों का मानना है कि उनकी आय उनके शहर की जीवन-यापन लागत (Cost of Living) के मुकाबले कम है। यह समस्या विशेष रूप से दिल्ली (96%), मुंबई (95%), पुणे (94%), और बेंगलुरु (93%) जैसे महंगे शहरों में ज्यादा महसूस की जा रही है। दूसरी ओर चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद और कोलकाता जैसे शहरों को कर्मचारी अधिक किफायती और संतुलित मानते हैं।
भारत के प्रमुख शहरों में औसत मासिक वेतन (रुपये में)
शहर (City)
0-2 साल
2-5 साल
5-8 साल
अहमदाबाद (Ahmedabad)
Rs. 27,300
Rs. 46,200
Rs. 69,000
बेंगलुरु (Bengaluru)
Rs. 28,400
Rs. 46,000
Rs. 67,100
चंडीगढ़ (Chandigarh)
Rs. 26,300
Rs. 45,500
Rs. 68,400
चेन्नई (Chennai)
Rs. 30,100
Rs. 46,600
Rs. 66,400
दिल्ली (Delhi)
Rs. 26,300
Rs. 43,600
Rs. 64,400
हैदराबाद (Hyderabad)
Rs. 28,500
Rs. 47,200
Rs. 69,700
अब शिफ्ट होने से भी हिचकिचा रहे लोग
सिर्फ महंगाई ही नहीं, बल्कि अब कर्मचारी स्थानांतरण (Relocation) से भी बचना चाहते हैं। करीब 69% कर्मचारी अब शहर बदलने से बचते हैं क्योंकि इसके साथ आर्थिक, भावनात्मक और व्यावहारिक चुनौतियां जुड़ी होती हैं।
कौन से सेक्टर दे रहे हैं बेहतर सैलरी?
सैलरी ग्रोथ के मामले में IT/ITeS सेक्टर सबसे आगे है। यहां डिजिटल और AI-बेस्ड नौकरियों की मांग लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग और टेलीकॉम सेक्टर भी फ्रेशर्स से लेकर सीनियर लेवल तक बेहतर सैलरी दे रहे हैं।
फ्रेशर्स की औसत सैलरी 25,000 रुपये से 30,500 रुपये के बीच है। 5 से 8 साल का अनुभव रखने वाले पेशेवरों की सैलरी 67,000 रुपये से 85,500 रुपये तक पहुंचती है। UI/UX डिजाइनर अब सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के बराबर कमाई (करीब 65,000 रुपये प्रति माह) कर रहे हैं।
भारत में सेक्टर-वाइज औसत मासिक वेतन (रुपये में)
सेक्टर (Sector)
0-2 साल
2-5 साल
5-8 साल
ऑटोमोबाइल (Automobile)
Rs. 27,000
Rs. 44,400
Rs. 65,200
BFSI (बैंकिंग व फाइनेंस)
Rs. 27,300
Rs. 44,900
Rs. 65,900
कंस्ट्रक्शन व रियल एस्टेट
Rs. 26,000
Rs. 42,600
Rs. 62,600
कंज़्यूमर ड्यूरेबल्स
Rs. 26,200
Rs. 43,100
Rs. 63,300
ई-कॉमर्स (E-Commerce)
Rs. 27,700
Rs. 45,600
Rs. 66,900
हेल्थकेयर व फार्मा
Rs. 27,400
Rs. 44,900
Rs. 66,000
IT / ITeS
Rs. 28,600
Rs. 46,900
Rs. 68,900
लॉजिस्टिक्स
Rs. 27,600
Rs. 45,300
Rs. 66,500
मैन्युफैक्चरिंग
Rs. 28,300
Rs. 46,400
Rs. 68,200
मीडिया व एंटरटेनमेंट
Rs. 26,700
Rs. 43,900
Rs. 64,500
टेलीकम्युनिकेशन
Rs. 28,100
Rs. 46,100
Rs. 67,700
सर्वे का दायरा और उद्देश्य
इस सर्वे को Valuvox ने Indeed की ओर से किया, जिसमें 1,311 नियोक्ताओं और 2,531 कर्मचारियों की राय ली गई। कुल 3,842 प्रतिभागियों ने 14 उद्योगों और 16 जॉब प्रोफाइल्स से प्रतिनिधित्व किया। इसका उद्देश्य भारत में पोस्ट-पैंडेमिक सैलरी ट्रेंड्स, सेक्टर वाइज़ ग्रोथ और कर्मचारियों की अपेक्षाओं को समझना था।
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