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धौलपुर

जलभराव पीड़ा के सैकड़ों पत्र लिखे… इंतहा के बाद हूजुर का पहला खत

अलग-अलग अधिकारी, मंत्री, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम से करीब 102 शिकायती पत्र लिखकर अपनी व्यथा बता चुके हैं। खास बात ये है कि इसके अलावा 60 कॉलोनियों के करीब 2010 रहवासियों की ओर से भी सरकार और अधिकारियों को अपनी तरफ से पत्र भेजे जा चुके हैं। अब गत 4 अप्रेल को पहली दफा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विशेषाधिकारी (पीसीएस) प्रेम चंद सोलंकी ने इन समस्याओं को लेकर स्वायत्त शासन विभाग जयपुर के निदेशक को पत्र लिखकर इनका परीक्षण करा निदान करने के निर्देश दिए।

धौलपुरApr 24, 2025 / 07:35 pm

Naresh

जलभराव पीड़ा के सैकड़ों पत्र लिखे... इंतहा के बाद हूजुर का पहला खत Hundreds of letters were written about the pain of waterlogging... Huzoor's first letter after the extreme

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– समस्याओं के निदान के लिए स्वायत्त शासन को परीक्षण कर कार्रवाई करने को लिखा

– आनंदनगर समेत तीन कॉलोनी के लोगों सितम्बर 2024 में लिखा पहला पत्र

धौलपुर. अपनी-अपनी पीड़ा और समस्याओं को बताते सैंपऊ रोड की आनंद नगर, पोखरा और मान सरोवर कॉलोनीवासियों ने बीते साल सितम्बर 2024 में सरकार और प्रशासन को पहला पत्र लिखकर सीवरेज और जलभराव की समस्या से अवगत कराया था। इसके बाद अकेले मुस्कान सोयायटी के सचिव अमित जादौन की ओर से अलग-अलग अधिकारी, मंत्री, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम से करीब 102 शिकायती पत्र लिखकर अपनी व्यथा बता चुके हैं। खास बात ये है कि इसके अलावा 60 कॉलोनियों के करीब 2010 रहवासियों की ओर से भी सरकार और अधिकारियों को अपनी तरफ से पत्र भेजे जा चुके हैं। अब गत 4 अप्रेल को पहली दफा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विशेषाधिकारी (पीसीएस) प्रेम चंद सोलंकी ने इन समस्याओं को लेकर स्वायत्त शासन विभाग जयपुर के निदेशक को पत्र लिखकर इनका परीक्षण करा निदान करने के निर्देश दिए। इस पत्र की एक कॉपी सोसायटी के सचिव जादौन को मिली है। हालांकि, समस्याओं को निदान तो नहीं हुआ लेकिन लोग इसी से खुश हैं कि इतने लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार सरकार ने उनकी सुध तो ली।
पत्र लिखने का सिलसिला अभी तक जारी…

विशेष बात ये है कि सीवरेज और जलभराव की समस्याओं को लेकर आम आदमी की ओर से पत्र लिखने का सिलसिला आज भी जारी है। लोग अपने स्तर पर पत्र की रजिस्ट्री कराते हैं। पत्र भेजने के बाद उसकी एक कॉपी सोसायटी को भी देते हैं। जिससे मालूम रहता है कि अभी तक कितने पत्र लिखे जा चुके हैं। सारा रेकॉर्ड सोसायटी के पास मौजूद है। फाइल अब काफी मोटी हो चुकी है। जादौन कहते हैं कि सरकार को समस्याओं से अवगत कराना है। बरसात आने में कुछ दिन और बाकी हैं लेकिन अभी तक खास सुधार नहीं हुआ है। नगर परिषद के पास न बजट और न ही संसाधन हैं। जिससे काम नजर नहीं आ पा रहा है।
स्मार्ट इंजीनियर के भी देखी समस्याएं, दिए सुझाव

उधर, जिला प्रशासन ने भी समस्या निदान के लिए प्रयास किए और जयपुर से स्मार्ट सिटी उदयपुर में इंजीनियर रहे अरुण व्यास भी गत दिनों धौलपुर शहर का दौरा कर चुके हैं। स्वयं जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी ने उन्हें सीवरेज और जलभराव की समस्या से अवगत कराया। इंजीनियर ने नगर परिषद प्रशासन को कुछ सुझाव दिए और छोटे छोटे टेंडर लगाकर कार्य कराने के निर्देश दिए। जिससे फौरी तौर पर निदान मिल सके।

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