धौलपुर. बकाया वसूली का लक्ष्य हासिल कर डिस्कोम जहां अपनी पीठ खुद थपथपा रही है, लेकिन शहर की विद्युत व्यवस्था अभी भी पुराने ढर्रे पर चल रही है। जिस कारण आए दिन बत्ती गुल होने से लोग उमस भरी गर्मी में परेशान हो रहे हैं। तो विद्युत संबंधी कई कार्य बंद हो जाते हैं। पिछले चार-पांच दिनों से सुबह हो या शाम या रात्रि बत्ती गुल हो रही है। डिस्कोम के आला अधिकारी बत्ती गुल होने का कारण फाल्ट होना बताते हैं।
शहर में होती विद्युत क्षीजत को रोकने डिस्कोम बिजली चोरों पर शिकंजा कस रही है और वीसीआर भर लंबे-चौड़े जुर्माना वसूल रही है तो वहीं बकाया वसूली का लक्ष्य 100 प्रतिशत हासिल करने का दंभ डिस्कोमकर्मी भर रहे हैं। लेकिन जो विद्युत उपभोक्ता उनकी ओर डिस्कोम का ध्यान नहीं। यही कारण है कि बार-बार फॉल्ट होने की समस्या को अभी तक सुधारा नहीं जा सका है। जिस कारण पिछले चार से पांच दिनों में शहर की बत्ती चाहे जब गुल हो रही है। यह बत्ती १ से २ घंटे तक भी गुल रह रही है। जिस कारण इस उमस भरी गर्मी में लोग डिस्कोम को कोसते नजर आते हैं। इस सबमें बच्चे और बुजुर्गों का हाल बेहाल हो जाता है। पुराना शहर, गुरुद्वारा एरिया, हरदेव नगर,स्टेशन रोड, गुलाब बाग, कलक्ट्रेट एरिया, जगदीश चौराहा सहित तमाम क्षेत्रों में बिजली का आया राम-जाया राम चल रहा है। कई दफा तो पूरे शहर की बत्ती गुल हो जाती है और यह रात्रि के समय जाने पर शहर में ब्लैक आउट जैसा नजारा दिखता है। पिछले कुछ दिनों से रात्रि के8 से 9 के बीच में बत्ती लगातार गुल हो रही है। सालों पुराने जर्जर केबिल होने से इनमें फॉल्ट की परेशानी बार-बार देखी जाती है। लेकिन अभी तक विभाग इन केबिलों को बदलने के मूड़ में नहीं दिख रहा।
15 प्रतिशत बढ़ा अतिरिक्त विद्युत भार धौलपुर शहर में प्रतिदिन 35 लाख यूनिट की खपत होती है। इसमें घरेलू से लेकर व्यावसायिक उपभोक्ता भी शामिल हैं। पिछले वर्ष की गर्मी तुलना में इस बार अतिरिक्त भार भी बढक़र 15प्रतिशत तक पहुंच गया था। लेकिन मानसून के आगमन के साथ जहां गर्मी में गिरावट के कारण विद्युत उपकरण अब घर-घर कम ही चल पा रहे हैं। यानी विद्युत भार में कमी तो देखी जा रही है, लेकिन समस्याएं अभी भी यथावत बनी हुई हैं। जिस कारण उमस भरी गर्मी में लोगों को परेशानियां भुगतनी पड़ रही है।
कलक्ट्रेट कार्यालय भी नहीं रहा अछूता विद्युत कटौती से आम नागरिक क्या वीआईपी तक परेशान हैं। बत्ती गुल होने से जिला कलक्ट्रेट कार्यालय भी अछूता नहीं रहा। मंगलवार और बुधवार को लगातार दो दिन कलक्ट्रेट कार्यालय में ऑफिस अंधेरे में डूबे रहे। यह हालत एक दो घंटे नहीं अपितु दिन भर यही क्रम जारी रहा। जिस कारण कामकाज में भी बाधा आती रही। अधिकारी और कर्मचारियों को मोबाइल के सहारे काम करना पड़ा।
एक करोड़ से ज्यादा लगाया जुर्माना राज्य भर में धौलपुर जिला बिजली क्षीजत के मामले में नंबर 1 माना जाता है। यहां लगभग 40 प्रतिशत तक बिजली चोरी की जाती है। चोरों को रोकने के लिए विभाग कदम भी उठा रहा है जिसको लेकर विजिलेंस की कार्रवाई कर चोरों की वीसीआर भर मौके पर ही जुर्माना लगाया जा रहा है। एक आंकड़े के अनुसार डिस्कोम अभी तक एक करोड़ से ज्यादा का जुर्माना बिजली चोरों पर लगा चुका है। तो कई विद्युत चोरों के खिलाफ जुर्माना न भरने की स्थिति में एफआईआर भी कराई गई है।
कांग्रेसियों ने भी बिजली व्यवस्था पर घेरा उधर, कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने गुरुवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान जिला कलक्टर से राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा समेत अन्य ने बिजली व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। कहा कि बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। शहर में कब बिजली चली जाए पता नहीं। बोहरा ने कहा कि लोग कनेक्शन फाइल लगा रहे हैं लेकिन निगम इंजीनियर कनेक्शन नहीं दे पा रहे हैं। जिला कलक्टर ने मामले को दिखवाने की बात कही।
– मानसून के दौरान बारिश होने के कारण थोड़ी समस्या आ रही है। साथ ही 33केवी की केबल में फॉल्ट होना बिजली जाने का कारण रहा। एक-दो दिन में शहर की विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से प्रारंभ हो जाएगी।
-विवेक शर्मा, एक्सईएन डिस्कोम धौलपुर