
खरीदकर पी रहे पानी
शहर में जलदाय विभाग की पेयजल व्यवस्था के भरोसे लोगों का काम नहीं चल रहा। पानी भी मीठा नहीं आता है। ऐसे में अपने खर्चे पर टैंकर एवं कैम्परों से पानी खरीदकर प्यास बुझाई जा रही है।
छीजत भी नहीं रुक रही
शहर में दशकों पुरानी पाइप लाइन में होकर ही पानी की सप्लाई हो रही है। यह लाइन कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो रही है। ऐसे में सप्लाई के वक्त पानी रिसता है। इसके अलावा बीसलपुर लाइन से कई जगह पानी की छीजत होती है। पूरा पानी दौसा तक आकर नहीं पहुंचता। इन दिनों शहर में नई पाइप लाइन डालने का काम चल रहा है, जिसके कारण कई जगह पुरानी लाइन भी तोड़ दी गई है। शनिवार रात फलसे वाले बालाजी के समीप पेयजल लाइन टूटने से सैकड़ों लीटर पानी व्यर्थ बह गया।
सप्लाई का समय तय नहीं
शहर में पेयजल सप्लाई का समय भी निर्धारित नहीं है। जिस दिन पानी आने की बारी होती है, उस दिन पल-पल नल पर महिलाओं की निगाहें जमा रहती हैं। अगर कोई चूक गया तो फिर गई पांच-छह दिन की। वहीं जलदाय विभाग ने करीब 180 टैंकर पानी सप्लाई के लिए लगाए हैं, लेकिन यह जनसंख्या के हिसाब से बहुत कम हैं।बदल गया स्कूलों का समय, 8वीं तक के विद्यार्थियों को गर्मी से राहत; जानें टाइमिंग?
इनका कहना है…
बीसलपुर से बीते कुछ दिन से पानी कम मिल रहा है। रविवार को भी मुश्किल से पांच लाख लीटर पानी आया है। ऐसे में सप्लाई समय छह दिन पहुंच गया है। बीसलपुर से नियमित निर्धारित 25 लाख लीटर पानी मिले तो अंतराल घट सकता है। टैंकरों की संख्या बढ़ाकर 180 कर दी है। लीकेज होने पर तत्काल मरम्मत कराई जा रही है। बाणगंगा से पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए टीम जुटी हुई है।-देशराज बैरवा, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग दौसा