गौतम गंभीर बोले- आप क्या करते?
भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने अपने बल्लेबाजों के उस फैसले का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने इंग्लिश टीम के कप्तान बेन स्टोक्स की ड्रॉ के लिए की गई पेशकश को ठुकराते हुए क्रीज पर रहकर अपने शतक पूरे किए हैं। गंभीर ने कहा कि अगर एक बल्लेबाज 90 और दूसरा 85 पर खेल रहा है, तो क्या वह शतक के हकदार नहीं हैं? क्या वह मैदान छोड़कर चले जाते? अगर इंग्लैंड के किसी बल्लेबाज के पास अपना पहला टेस्ट शतक बनाने का मौका होता, तो क्या आप उसे ऐसा करने से रोकते? मुझे लगता है कि वे दोनों शतक के हकदार थे और उन्होंने शतक पूरा किया।
नासिर हुसैन ने बताया नासमझ
वहीं, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने शेकहैंड विवाद को लेकर स्काई स्पोर्ट्स से कहा कि मुझे लगता है कि जडेजा और सुंदर के बल्लेबाजी जारी रखने कोई समस्या नहीं थी। इंग्लैंड की टीम को इसमें समस्या लग रही थी। वे थोड़े थके हुए थे और मैदान छोड़ना चाहते थे, लेकिन दोनों बल्लेबाजों ने 80 और 90 रन तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की थी। इसलिए वह शतक बनाना चाहते थे। स्टोक्स को अंत में हैरी ब्रूक को गेंदबाजी कराके नासमझ दिखने की जरूरत नहीं थी।
मांजरेकर ने भी स्टोक्स पर साधा निशाना
वहीं, भारत के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने जियोहॉटस्टार पर कहा कि मेरा मानना है कि भारतीय बल्लेबाजों अपने मुताबिक खेल जारी रखने का पूरा अधिकार था। मुझे लगता है कि स्टोक्स अंत में एक बिगड़ैल बच्चे की तरह पेश आए। मैं देखना चाहता हूं कि अगर उनके दो बल्लेबाज शतक के इतना करीब होते तो इंग्लैंड क्या करता?