मेडिकल टीम ने पहले ही कर लिया था तय
ईएसपीएनक्रिकंफो की रिपोर्ट की मानें तो बीसीसीआई की मेडिकल टीम से कहा कि ये फैसला उनकी पीठ की सुरक्षा और उनकी दीर्घकालिक स्थिति को देखते हुए लिया गया है। ये कोई चौंकाने वाला निर्णय नहीं है, क्योंकि मेडिकल टीम ने बुमराह, टीम मैनेजमेंट और सेलेक्टर्स के साथ मिलकर ये तय किया था कि वे इंग्लैंड दौरे सिर्फ तीन टेस्ट ही खेलेंगे। बुमराह ने तीन टेस्ट खेल चुके हैं। तीसरे टेस्ट में उनकी गेंदबाजी रफ्तार भी कम रही।
140 से ज्यादा की रफ्तार से बहुत कम गेंद फेंकी
लीड्स में खिलाने के बाद एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट में बुमराह को आराम दिया गया था। इसके बाद लॉर्ड्स में उनकी वापसी हुई। फिर उन्हें मैनचेस्टर में भी उतारा गया। भारत ने इस मैच को ड्रॉ कराया। इस मुकाबले में बुमराह ने एक ही पारी में गेंदबाजी की, क्योंकि इंग्लिश टीम को दूसरी पारी में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। इस पारी में बुमराह ने कुल 33 ओवर फेंके। इस दौरान वह कुछ ही गेंद 140 से ज्यादा की रफ्तार से फेंक पाए।
पहली बार एक पारी में लुटाए 100 से ज्यादा रन
मैनचेस्टर में जसप्रीत बुमराह ने चौथे दिन (24 जुलाई) की सुबह के बाद गेंदबाजी नहीं की। पांचवां टेस्ट 31 जुलाई से है, ऐसे में कहा जा रहा था कि आखिरी टेस्ट में खेल सकते हैं। लेकिन, वर्कलोड और उनकी पिछली इंजरी की समस्याओं को देखते हुए उन्हें ब्रेक देना सही है। लगातार दो टेस्ट खेलने के बाद वर्कलोड के चलते उनकी स्पीड कम रही। उन्होंने मैनचेस्टर में 33 ओवर में दो विकेट अपने नाम किए। जबकि पहली बार उन्होंने एक पारी में 100 से ज्यादा रन लुटा दिए। रिपोर्ट के अनुसार, बुमराह की जगह भारत की प्लेइंग 11 में आकाश दीप की वापसी होगी।