ऐसे शुरू हुआ विवाद
इस मैच में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और रवींद्र जडेजा के बीच विवाद देखने को मिला। दरअसल इस मैच एक अंतिम घंटे का खेल बचा था। भारत ने चार विकेट पर 386 रन बना लिए थे। सिर्फ 15 ओवर का खेल बाकी था और इस मैच का नतीजा आता नहीं दिख रहा था। ऐसे में इंग्लैंड के कप्तान ने ने रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर को हाथ मिलाकर मैच ड्रॉ करने का प्रस्ताव दिया। लेकिन भारतोया ऑलराउंडर ने इसे ठुकरा दिया। जिसके बाद स्टोक्स गुस्से से लाल हो गए और जडेजा को खरी-खोटी सुनाने लगे।’ दरअसल स्टोक्स ने जब यह प्रस्ताव दिया तब जडेजा और सुंदर दोनों 80 पर बल्लेबाजी कर रहे थे और शतक के करीब थे। ड्रॉ का प्रस्ताव ठुकराये जाने के बाद स्टोक्स ने कहा, “अगर तुम्हें शतक की बनाना था तो ऐसी बल्लेबाजी पहले कर लेते। क्या तुम ब्रूक जैसे और बेन डाकेट जैसे गेंदबाजों के सामने 100 पूरा करना चाहोगे?” इसपर जडेजा ने कहा, “तुम क्या चाहते हो की मैं ऐसे ही यहां से चला जाऊं?”इसपर सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली ने कहा, “जडेजा आप हाथ मिलाये और खेल को खत्म कीजिये।” इसपर जडेजा ने कहा, “मैं कुछ नहीं कर सकता।”
जडेजा के ऐसा नहीं करने से स्टोक्स इतना नाराज़ हो गए कि मैच के अंत में उन्होंने उन से हाथ भी नहीं मिलाया। स्टोक्स ने टेस्ट जल्दी समाप्त करने का प्रस्ताव देने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि वह अपनी प्रमुख तेज गेंदबाजों को जोखिम में नहीं डालना चाहते थे क्योंकि मैच निश्चित ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत ने बहुत मुश्किल समय बिताया। वे दोनों (जडेजा और सुंदर) ने अविश्वसनीय रूप से अच्छा खेल रहे थे। मैच उस मोड पर पहुंच गया था जहां से सिर्फ एक ही परिणाम संभव था और मैं अपने किसी भी तेज गेंदबाज को चोटिल होने के जोखिम में नहीं डालना चाहता था। मैंने अपने प्रस्ताव से आधे घंटे पहले ही अपने तेज गेंदबाजों से गेंदबाजी करना बंद कर दिया था।’