सूचना के बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एमएम पुकार, डीबी अस्पताल अधीक्षक डॉ. दीपक चौधरी व मेडिकल ज्यूरिस्ट एचओडी डॉ. रमाकांत वर्मा अस्पताल पहुंचे। कोतवाली थाना से अस्पताल पहुंचे एएसआई वीरेंद्र सिंह खोटिया ने घटना की जानकारी ली। पुलिस ने मृतक लाल बाबू शेख के शव को मोर्चरी में रखवाया।
पिता को बताया आत्महत्या कर रहा हूं माना जा रहा है कि पत्नी से झगड़ा होने के कारण मजदूर ने आत्महत्या की। हालांकि, पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही आत्महत्या के कारणों का पता चलेगा। वहीं, पश्चिम बंगाल निवासी आशानूर मिर्धा ने बताया कि बुधवार दोपहर मृतक लाल बाबू शेख के पिता ने उसे फोन कर कहा कि आप शेख के कमरे में तुरंत जाएं। उसने कहा है कि वह फांसी लगाने जा रहा है। आशानूर तुरंत शेख के कमरे पर गया। कमरा अंदर से बंद मिला।
एक साल से कर रहा था मजदूरी मिर्धा ने आगे बताया कि दरवाजा तोड़कर देखा तो अंदर लाल बाबू कमरे में बांस के डंडे पर तोलिये से लटका हुआ था। मजदूरों की सहायता से उसे तुरंत नीचे उतारकर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। लाल बाबू करीब एक साल से मेडिकल कॉलेज परिसर में भवन निर्माण कार्य में लगा हुआ था। वह दो-तीन दिन से मजदूरी पर भी नहीं आ रहा था। हादसे की सूचना के बाद अस्पताल में मजदूरों की भीड़ लग गई। फिलहाल मृतक का शव मोर्चरी में है, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।