बरसाती पानी से चांदनी चौक लबालब हो गया। शहर का ईदगाह मौहल्ला, भाईजी चोक, झारिया मोरी, प्रतिभा नगर, सैनिक बस्ती, बहड़ मार्ग, नेत्र चिकित्सालय क्षेत्र, जयपुर आरोबी, डाक बंगला मार्ग, भरतिया अस्पताल, नया बास, नई सड़क, बेदों की धर्मशाला तथा बाबोसा मंदिर क्षेत्र जल मग्न हो गए। यहां के राजकीय नानीबाई रामकुमार मड़दा स्कूल फिर बरसाती पानी की चपेट में आ गई।
चूरू में भारी वर्षा की संभावना को देखते हुए गुरुवार को प्रशासन अलर्ट रहा। नगर परिषद के कर्मचारी जगह जगह पानी निकासी के प्रयास करते नजर आए। फिर भी खास बात यह रही कि तेज बारिश रफ्तार को बीच बीच में लगा ब्रेक प्रशासन के लिए राहत भरा रहा। जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा की ओर से जिले में भारी बारिश को देखते हुए आमजन से सावधानियां बरतने का कहा गया।
नगर परिषद की अधिशासी अभियंता पूर्णिमा यादव ने बताया कि रात से बारिश का दौर जारी है। जिसको देखते हुए आयुक्त अभिलाषा सिंह के साथ जलभराव क्षेत्रों का निरीक्षण किया। अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, कुछ घरों में बरसाती पानी भर गया, जहां कट्टे रखवाए जा रहे हैं। जौहरी सागर पंपिंग स्टेशन पर मोटरें चल रही हैं। जहां जलभराव है, वहां पानी निकासी के लिए बतौर अस्थाई मोटरें लगाई गई हैं। परिषद की मोबाइल टीम लगी हुई हैं। जहां खतरा है वहां मिट्टी के बैग लगाए जा रहे हैं।
सावन शुक्ल पक्ष की उदयातिथि माने तो इससे पहले आधी रात से शुरू हुई वर्षा का दौर गुरुवार दोपहर ढ़ाई बजे तक अनवरत चला। रिमझिम, बूंदाबांदी, मध्यम और तेज बारिश के मिश्रण बरसात के चले क्रम में चूरू में सुबह 8.30 बजे तक 30.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसी क्रम में 11.30 बजे तक 36.1 मि.मी. और दोपहर 2.30 बजे तक 49.7 मि.मी. बारिश दर्ज की गई। इसके बाद शाम 5.30 बजे तक 50.1 मि.मी.बारिश दर्ज की गई।
लगातार हुई बारिश से शहर के कई इलाके बरसाती पानी की जद में आ गए तो दरिया बने मुख्य मार्गों का आवागमन ठप हो गया। शहर के जौहरी सागर क्षेत्र में निकासी लिए के बने मुख्य पंपिंग स्टेशन से सुभाष चौक बारिश के पानी से लबालब हो गया। यहां पानी के भराव से आवागमन एकदम ठप हो गया। क्षेत्र की ओझा की गली के कई घरों में बरसाती पानी घुस गया। संपत कुरबिलाव तथा रमेश ओझा सहित अनेक घरों में बरसाती पानी घुसने से लोगों को न केवल परेशानी हुई बल्कि घरेले सामान पानी की जद में आने से खराब हो गया। राजकीय लोहिया महाविद्यालय के आगे मुख्य स्टेशन रोड मार्ग पर तीन चार फीट पानी का भराव होने ऑटो तक नहीं चले।
वर्तमान में चल रहे मानसून सीजन में श्रावण शुक्ल पक्ष सप्तमी ने वर्ष 2024 के सावन की याद ताजा कर दी है। गत वर्ष श्रावण कृष्ण पक्ष एकादशी और यही 31 जुलाई का दिन था कि जिले में जमकर बादल बरसे। उसकी याद एकबार फिर ताजा हो गई। हालांकि जिले की दृष्टि से पिछले 1 अगस्त 2024 तक दर्ज हुई वर्षा के निकट 31 जुलाई 2025 को हुई बारिश पहुंच भी नहीं पाई हैं। फिर भी इस दौरान तक गत वर्ष हुई वर्षा का आंकड़ा कुल बारिश की दृष्टि से इस सावन शुक्ल सप्तमी तक कमोबेश बराबरी पर आ गया हैं।