कलेक्टर ने कहा कि जिले के सभी ब्लॉकों में बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, छात्रों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, स्व-सहायता समूहों और अन्य विशिष्ट व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस का यह संयुक्त अभियान तभी सफल होगा, जब इसे घर-घर तक पहुंचाया जाए और हर व्यक्ति इसमें सक्रिय रूप से भाग ले।
अपूर्ण आवासों पर कार्रवाई करने के दिए निर्देश
कलेक्टर सिंह ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि जिन हितग्राहियों को आवास का भुगतान किया जा चुका है, लेकिन उन्होंने अभी तक निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया है, ऐसे मामलों में या तो राशि की वसूली की जाए अथवा उन्हें आवास निर्माण कार्य तत्काल पूरा करने के लिए बाध्य किया जाए। उन्होंने कहा कि यह योजना गरीबों के आवास के लिए है, इसलिए इस पर किसी भी तरह की अनदेखी स्वीकार्य नहीं होगी।
आदि कर्मयोगी अभियान का हो क्रियान्वयन
कलेक्टर ने जानकारी दी कि जिले के 511 आदिवासी गांवों में ‘धरती आबा’ एवं ‘जन मन’ योजना के तहत आदि कर्मयोगी अभियान संचालित किया जाना है। इस अभियान का उद्देश्य इन गांवों के प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक शासन की सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग इन गांवों में विशेष रूप से पहुंचकर चौपाल के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याएं सुनें और समाधान सुनिश्चित करें।
रेमेडियल क्लासेस शुरू नहीं कर पाया शिक्षा विभाग
कलेक्टर सिंह ने जिला परियोजना समन्वयक पर नाराजगी जताते हुए उनका एक इंक्रीमेंट रोकने का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि पिछली बैठक में प्रत्येक स्कूल में रेमेडियल क्लासेस शुरू करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अब तक इन्हें शुरू नहीं किया गया है, जो गम्भीर लापरवाही है। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए कि जो अतिथि शिक्षक अध्यापन कार्य में लापरवाही कर रहे हैं, उन्हें तत्काल हटाकर प्रतीक्षा सूची में से योग्य शिक्षकों को नियुक्त किया जाए।
स्वास्थ्य सेवाएं पर रखें सतत निगरानी
कलेक्टर सिंह ने कहा कि जैसे वे स्कूलों का निरीक्षण करते हैं, वैसे ही पीएचसी केंद्रों का भी निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान केंद्र पर डॉक्टर और एएनएम समय पर उपस्थित हों और सेवाएं नियमित रूप से प्रदान की जा रही हों। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अस्पतालों में गंदगी की लगातार मिल रहीं शिकायतों पर तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में स्वच्छता की स्थिति में सुधार न होने पर संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।