पिछले साल 2024 में जिले की राजनीति में कई उलटफेर देखने मिले। जब सांसद बंटी साहू ने छिंदवाड़ा में 45 साल से काबिज कमलनाथ और उनके परिवार पर एतेहासिक 1.13 लाख वोट से जीत हासिल की। इस विजय में न केवल भाजपा के पुराने नेताओं का योगदान है बल्कि कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं, पार्षद, सभापति समेत एक हजार से अधिक नेताओं-कार्यकर्ताओं की मेहनत भी है। इससे पार्षद से लेकर बड़े नेताओं को भी प्रदेश सरकार से कुछ न कुछ इनाम की आस है। स्थानीय स्तर पर पूर्व पार्षदों को नगर निगम में एल्डरमेन पदों से आस है। राज्य स्तर पर बड़े नेताओं को निगम, मण्डल और बोर्ड अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पद दिया जा सकता है। जिससे उनका सत्ता-संगठन में मान-सम्मान बना रह सकें।
लम्बे समय से नहीं हुई मंडल-बोर्ड की नियुक्तियां
राज्य स्तर पर निगम, मंडल, बोर्ड में लंबे समय से अध्यक्ष-उपाध्यक्षों की नियुक्तियां नहीं हुई है। प्रदेश में पूर्व में शिवराज सिंह की सरकार व कमलनाथ सरकार में महाकोशल विकास प्राधिकरण, भारिया विकास प्राधिकरण, हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष से लेकर कई और पद खाली रहे। बता दें कि पहले छिंदवाड़ा से पर्यटन बोर्ड में संतोष जैन, महाकोशल विकास प्राधिकरण में शेषराव यादव पदाधिकारी रहे। इस बार डॉ.मोहन यादव की सरकार है। इस सरकार से उम्मीद की जा रही है कि जिले के बड़े नेताओं को कहीं न कहीं ऐसे पद दिए जाएं।
नगर निगम में एल्डरमैन की आस, भाजपा ने नाम पहुंचाए
प्रदेश सरकार की ओर से नगर निगम में छह एल्डरमैन की नियुक्ति का प्रावधान है। वर्ष 2022 में कांग्रेस की परिषद बन जाने से ये नियुक्ति नहीं हो सकी। अब जबकि निगम में भाजपा की परिषद आ गई है, तब एल्डरमैन बनाकर कुछ नेताओं को संतुष्ट किया जा सकता है। इससे पहले वर्ष 2015 में पहली बाद नगर निगम के गठन के समय एल्डरमेन की नियुक्ति की गई थी। दो माह पहले भाजपा जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने एल्डरमैन पद के लिए नगर निगम समेत अन्य नगरीय निकायों में नाम अनुशंसा सहित भाोपाल पहुंचाए थे। उन्होंने कहा कि इस नियुक्तियों की उन्हें आस है।मुख्यमंत्री पर निर्भर राजनीतिक नियुक्तियां
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव पर ये राजनीतिक नियुक्तियां निर्भर है। उनकी हाल ही में गृह मंत्री से बातचीत हुई है। जिसमें निगम, मण्डलो के अध्यक्षों की नियुक्तियों से संबंधित विषय था। संभावना लग रही है कि छिंदवाड़ा से भी कहीं न कहीं कोई न कोई नियुक्तियां की जाएगी।