इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों में कुल 14 विभिन्न निर्माण कार्य किए जाएंगे, जिन पर 40 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे। सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत को देखते हुए मरमत का फैसला लिया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों की मरम्मत को लेकर हर जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से तखमीना तैयार कर प्रस्ताव समेकित बाल विकास सेवाएं जयपुर को भेजे गए थे, जिसमें भवन में क्या-क्या कार्य करवाना है।
केंद्र ग्रामीण क्षेत्र का है या शहरी क्षेत्र के साथ अन्य जानकारियां भेजी गई हैं। उसी के आधार पर अब प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए राशि की स्वीकृति जारी की गई है। साथ ही बूंदी जिले के 29 आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्य करवाए जाएंगे। महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव महेंद्र सोनी ने इस संबंध में आदेश जारी किए है। उपमुख्यमंत्री ने बजट घोषणा में इसकी घोषणा की थी।
इन आंगनबाड़ी केंद्रों की बदलेगी सूरत
बूंदी जिले में 29 आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में तब्दील किया जाएगा। इसमें बूंदी शहर के कोटखेड़ा, सगावंदा, मोहनपुरा, खटकड़-4, अजेता-1, तालेड़ा परियोजना के केथूदा, डोरा, करौंदी, जमीतपुरा-1, मेहराना-11,हिंडोली के चतरंगज- 1, बडा़ैदिया-1, बसोली, डाटूंदा, बड़ानयागांव, गुढ़ाबांध, नैनवां के धानुगांव, ताकला, सुवानिया, बामनगांव-1,पीपल्या एवं केशवरायपाटन के उतरना, झालीजी का बराना, नोताड़ा, अरनिया, रोटेदा-11, रंडी, सुमेरगंजमंडी- 1, बढ़ावदी के केंद्र विकसित किए जाएंगे।
इनका कहना है
जिले के 29 आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र बनाने के लिए वित्तीय स्वीकृति मिल गई है। इनमें शीघ्र विभिन्न कार्य करवाए जाएंगे।
ऋचा चतुर्वेदी, उपनिदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग, बूंदी