कर्नल सोफिया कुरैशी का जन्म पुणे में हुआ था लेकिन इसके बाद उनके पिता ताज मोहम्मद कुरैशी नौगांव में अपने पुश्तैनी मकान में आकर रहने लगे। सोफिया ने यहीं के जीडीसी स्कूल में पहली से लेकर तीसरी क्लास तक की पढ़ाई की। इसके बाद वे अपने पिता के साथ रांची और फिर बड़ौदा चली गईं। बड़ौदा में पढ़ाई पूरी करके सोफिया कुरैशी सेना में अधिकारी बन गईं।
नौगांव के लोग गर्व से भर उठे
जैसे ही ऑपरेशन सिंदूर के लिए सेना की प्रेस ब्रीफिंग में सोफिया कुरैशी देशवासियों के समक्ष आईं, नौगांव के लोग गर्व से भर उठे। सोफिया कुरैशी की बुआ अभी भी नौगांव में ही रहती हैं। देश की इतनी अहम प्रेस वार्ता में अपनी बहन को देखकर उनके ममेरे भाई बंटी सुलेमान तो भावुक हो गए। उन्होंने मीडिया को बताया कि सोफिया इसी घर में पली-बढ़ीं। बचपन में जब कई बार वह स्कूल जाते समय थक जाती तो कहती कि भैय्या थक गए हैं, पीठ पर बिठा लो। मैं पीठ पर बैठाकर उसे स्कूल छोड़ता था। उसी बहन ने आज मेरा सीना चौड़ा कर दिया है। सोफिया पर पूरे देश को नाज है।
तीसरी पीढ़ी के रूप में सेना में भर्ती
बंटी सुलेमान बताते हैं कि सोफिया अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी के रूप में सेना में भर्ती होकर देश सेवा का संकल्प निभा रही है। उनके पिता ताज मोहम्मद कुरैशी भी सेना में कर्नल थे और दादा भी नौगांव में ही सेना में भर्ती हुए थे। सोफिया की शादी भी कर्नल तजुद्दीन से हुई है।