मौसम विभाग के अनुसार, इस समय अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की ओर लो प्रेशर एरिया बना है। ऐसे में जुलाई से बारिश में और तेजी आने की संभावना है। रविवार को राजधानी भोपाल में पूरे दिन कभी मध्यम तो कभी तेज बौछारों का सिलसिला चलता रहा। इस दौरान शाम तक यहां जून के कोटे से एक इंच से अधिक 154.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसी प्रकार ग्वालियर, नर्मदापुरम, रायसेन में भी झमाझम बारिश हुई। (very heavy rain)
आगे तेज बारिश के बने आसार
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अरुण शर्मा ने बताया कि अरब सागर से मानसून ने प्रदेश में दस्तक दी थी। अब बंगाल की खाड़ी में एक्टिव सिस्टम तेज बारिश अपने साथ लाएंगे। दो दिन बाद अनेक स्थानों पर तेज बारिश के आसार हैं। वहीं 2-3 जुलाई के आसपास भारी बारिश दर्ज हो सकती है। (mp weather)
ये 6 सिस्टम प्रदेश में एक्टिव
- बंगाल की खाड़ी की ओर लो प्रेशर एरिया
- ऊपरी हवा का चक्रवात उत्तरी अरब सागर में
- ऊपरी हवा का चक्रवात द. उप्र के मध्य भागों में
- अरब सागर और बंगाल की खाड़ी को जोड़ती हुई एक ट्रफ लाइन
- उत्तरी गुजरात से ऊपरी हवा का चक्रवात से ट्रफ
- ऊपरी हवा का चक्रवात उत्तरी हरियाणा में
15 जिलों में मानसून करेगा ‘शक्ति प्रदर्शन’
मौसम विभाग ने बताया कि एमपी से एक टर्फ पास हो रहा है जो चक्रवाती परिसंचरण यानि साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बना रहा। अब इस परिसंचरण के कारण सोमवार 30 जून को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों अच्छी और भारी बारिश के आसार है। मौसम विभाग ने ग्वालियर, शिवपुरी, बैतूल, हरदा, मुरैना, रीवा, डिंडोरी, कटनी, नर्मदापुरम, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, बालाघाट और मंडला में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं भोपाल, सीहोर, नरसिंहपुर में हल्की बारिश होने की संभावना बताई है। (mp weather)