शहरी आवास एवं पर्यावरण विभाग को इसकी रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इस समय जिले में इलेक्ट्रिकल व्हीकल की संख्या 50 हजार से अधिक हो गई, लेकिन चार्जिंग के लिए 10 भी स्टेशन नहीं है। नए स्टेशन बनने से चार पहिया वाहन तेज से चार्ज हो सकेंगे।
800 वर्गफीट की जगह चाहिए
इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन के लिए कम से कम 800 वर्गमीटर की जगह चाहिए। एक स्टेशन पर 22 चार्जिंग पॉइंट लगेंगे, यानि एक साथ 22 वाहन चार्ज हो पाएंगे। इसमें 15 से अधिक दो पहिया के लिए पाइंट होंगे। प्रशासन से जुड़े अधिकारियों के अनुसार जगह ऐसी देखी जा रही है जहां चार्जिंग के लिए वाहन खड़े रहे तो जाम की स्थिति न बनें।
कोलार रोड पर आ रही दिक्कत
जगह तलाशने में सबसे ज्यादा दिक्कत कोलार रोड पर आ रही है। यहां सड़क की चौड़ाई 110 फीट तक बढ़ा दी है। मास्टर प्लान में तय राइट ऑफ दि वे के अनुसार जमीन निकाल ली गई है। अब रोड किनारे ऐसी जमीन नहीं मिल पा रही। हालांकि ये पीपीपी के तहत होंगे और निजी जमीन पर स्थापित किए जा सकेंगे, लेकिन कोशिश सरकारी जमीन की हो रही, ताकि वहां किसी तरह का दखल न हो। इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन के लिए जमीन चिन्हित जल्द ही होगी। इसे लेकर शासन स्तर पर काम को आगे बढ़ाएंगे। स्टेशन शुरू होते हैं तो आमजन के लिए बेहतर होगा। – कौशलेंद्र विक्रमसिंह, कलेक्टर