श्रम विधेयक पर चर्चा करते हुए कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि इससे मजदूरों का हड़ताल करने का हक छिन जाएगा। उन्होंने बीजेपी को पूंजीपतियों की सरकार बताते हुए उनके हित में काम करने का आरोप लगाया।
आउटसोर्स कर्मचारी के बैंक खातों में सीधे डालें पैसे
कांग्रेस के एक अन्य विधायक दिनेश जैन बॉस ने सीधे आउटसोर्स कर्मचारी के खातों में पैसे डालने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि ठेका सिस्टम से आउटसोर्स कर्मचारियों का सर्वाधिक शोषण किया जा रहा है। सरकार द्वारा भेजे जा रहे उनके पैसे बीच में बिचौलिए खा रहे हैं। विधायक दिनेश जैन ने कहा कि कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए राज्य सरकार 18 हजार का भुगतान कर रही है लेकिन उन्हें महज 12, 13 हजार रुपए ही मिल रहे हैं। कांग्रेस विधायक विजय चौरे ने भी आउटसोर्स कर्मचारियों के शोषण की बात कही। उन्होंने कहा कि यह विधेयक ठेका प्रथा को बढ़ावा देने वाला है जिससे अधिक शोषण होगा। विधायक विजय चौरे ने कहा कि सरकार आउटसोर्स के माध्यम से कर्मचारियों की नियुक्ति कर रही है। इसका ठेकेदार सरकार से कर्मचारी के लिए 15 हजार रुपए लेता है लेकिन उसे महज 5 हजार रुपए देता है।