एमपी ट्रांसको के इस फैसले से हॉट लाइन प्रशिक्षित कर्मियों को सबसे ज्यादा लाभ होगा। हाल ही में ऐसे 9 कर्मचारियों का चयन अन्य विद्युत कंपनियों में हुआ है। इन कर्मचारियों को प्रशिक्षण के दौरान किए गए बांड की राशि तथा अनिवार्य नोटिस अवधि से छूट दे दी गई है।
बांड की शर्तों में शिथिलता
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी एमपी ट्रांसको के मुख्य अभियंता धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि कंपनी में कार्यरत जिन कर्मचारियों ने ट्रांसमिशन लाइन की हॉटलाइन मेंटेनेंस के लिए विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है, उनका चयन राज्य की अन्य बिजली कंपनियों में होने पर उन्हें बांड की शर्तों में शिथिलता दी जाएगी। भविष्य में यही नीति प्रभावी रहेगी। मुख्य अभियंता धीरेन्द्र सिंह के अनुसार किसी भी हॉटलाइन प्रशिक्षित नियमित या संविदा कर्मचारी के अन्य बिजली कंपनी में चुने जाने की स्थिति में यह शिथिलता स्वतः लागू हो जाएगी। कर्मचारियों को बेहतर कैरियर चुनने का समुचित अवसर मिलेगा।