मौसम में बदलाव के बावजूद एफसीआई के केंद्र प्रभारी ने कोई सुरक्षात्मक इंतजाम नहीं किए। इससे खुले में रखा गेहूं बारिश में भीग गया। वही कुछ किसान गेहूं बेचने आए, लेकिन अभी तक उनका गेहूं नहीं खरीदा गया। किसानों का आरोप है कि खरीद केंद्र में व्यापारियों को प्राथमिकता दी जा रही है। व्यापारियों का गेहूं सांठगांठ के चलते पहले खरीदा जा रहा है।
मंडी में अवकाश फिर भी आए किसान कृषि उपज मंडी में मजदूर दिवस पर अवकाश होने के बाद भी कई किसान अपनी उपज लेकर मंडी में आए थे। तेज धूप और गर्मी के बाद अचानक हुई बारिश से मंडी में खुले में रखा हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया। तेज बारिश से व्यापारियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।
मौसम ने अचानक ली करवट और तेज बारिश गुरुवार को तेज धूप और करीब 42.4 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच दोपहर में मौसम ने अचानक करवट ली और तेज बारिश शुरू हो गई। इससे पहले बुधवार को भी इसी तरह की बेमौसम बारिश ने अनाज मंडी में रखे गेहूं को नुकसान पहुंचाया था। व्यापारियों ने उम्मीद की थी कि बुधवार के बाद मौसम साफ रहेगा और वे गेहूं को समेट सकेंगे, लेकिन गुरुवार को हुई बारिश ने उनकी उम्मीदें भी तोड़ दीं। मंडी व्यापारियों ने कहा कि बारिश से अनाज को नुकसान हुआ है। खुले में रखा गया गेहूं पूरी तरह पानी में भीग चुका है और आशंका है कि इतनी नमी के बाद गेहूं सड़ सकता है।
बारिश से ज्यादा नुकसान नहीं अचानक हुई बारिश के कारण यह स्थिति बनी। व्यवस्था को जल्द ही नियंत्रित कर लिया गया है। बारिश से गेहूं को कोई ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। मुकेश वर्मा, किस्म निरीक्षक एफसीआई भीलवाड़ा