इधर, सदर थाना पुलिस ऑनलाइन जुआ और सट्टा एवं हवाला से जुड़े मामले में आरोपी लुत्फी की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल की मदद लेगी। भीमगंज थाना क्षेत्र के भवानी नगर निवासी सलाउद्दीन मुल्तानी ने पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव को मंगलवार को प्रार्थना पत्र दिया।
इसमें बताया कि प्रार्थी ने एक व्हाट्सएप ग्रुप पर देखा, जिसमें फजले रउफ उर्फ लुत्फी पर सरकार ने दस हजार रुपए का इनाम रखा था, वह पोस्ट मैंने एक व्हाट्सएप ग्रुप में डाली, उसके पश्चात मुझ प्रार्थी के पास उमर पठान का व्हाट्सएप कॉल आया और मुझे घर बुलाया। इस पर 24 जुलाई मैं प्रार्थी उमर पठान से मिलने उसके हुसैन कॉलोनी घर पर गया।
‘मैं, क्राइम करके देश छोड़ कर भाग जाता हूं’
यहां उमर ने स्वयं के फोन से सुल्तान दुबई के नाम से सेव नंबर पर वीडियो कॉल किया और विडियो कॉल में फजले रउफ उर्फ लुत्फी था, जिसने मुझ प्रार्थी को जान से मारने की धमकी दी और कहा कि मुझे जानता है या नहीं। मुझे गांव का दादा कहते हैं। मेरे पास पासपोर्ट है, मैं क्राइम करके देश छोड़ के भाग जाता हूं, अब तू चाहे जो कर ले तू मेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता।
कोतवाली प्रभारी गजेंद्र सिंह नरूका ने बताया कि पुलिस अधीक्षक यादव के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। प्रकरण में उमर पठान को गिरफ्तार किया है। आरोपी को बाद में न्यायालय में पेश किया। न्यायालय के आदेश पर आरोपी उमर को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
जबरन खाली कागज पर हस्ताक्षर कराए
परिवादी ने एसपी को बताया कि लुत्फी ने धमकी देते हुए कहा कि मेरे बारे में व्हाट्सएप ग्रुप पर डालकर तूने अच्छा नहीं किया। तू एक खाली कागज पर हस्ताक्षर करके दे, तूने जो कार्य किया, इसके लिए तुझे जुर्माना तो देना पड़ेगा, यदि तुझे ऐसे ही छोड़ दिया तो तेरी तरह दूसरे भी करेंगे। यदि तूने खाली कागज पर हस्ताक्षर करके नहीं दिया तो तुझे जान से खत्म कर दूंगा या हाथ पैर तुड़वा दूंगा।
फिर मैंने डर से फजले रउफ उर्फ लुत्फी के कहने से मैंने उमर पठान को एक खाली कागज पर हस्ताक्षर करके दे दिया। सलाउद्दीन मुल्तानी ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि फजले रउफ उर्फ लुत्फी व उमर पठान से जान माल का खतरा है। वह मेरे हस्ताक्षरशुदा कागज पर कुछ भी लिख सकते हैं।