एसपी अमित कुमार ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब 28 जुलाई को झालावाड़ डाक बंगले के नजदीक रेलवे अंडरपास के पास झाड़ियों में एक अज्ञात व्यक्ति का शव थाना कोतवाली पुलिस को मिला। शुरुआती जांच में शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी, लेकिन इसी दौरान डीएसटी को तीनधार के पास एक व्यक्ति के नई डिजायर कार बेचने की कोशिश की सूचना मिली।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कार के मालिक की जानकारी जुटाई। पता चला कि कार भोपाल निवासी इस्लाम की थी। जबकि इस्लाम के गांव कलारा निवासी पंकज साहू टैक्सी ड्राइवर था और जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भोपाल में दर्ज थी। शव की पहचान पंकज साहू के रूप में होने के बाद, पुलिस ने जांच तेज कर दी।
शातिर अपराधी गैंग का पर्दाफाश
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया, जो टेक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज की मदद से मामले की तह तक पहुंची। जांच में सामने आया कि राजेश उर्फ राहुल जाटव, अनिल कुमार जाटव और अफजल नामक तीन युवकों ने भोपाल से झालावाड़ के लिए टैक्सी बुक की थी। झालावाड़ पहुंचने के बाद उन्होंने पंकज साहू का अपहरण कर लिया, उसे बंधक बनाया और फिर रेलवे पटरी के पास ले जाकर उसकी हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद वे पंकज की नई डिजायर कार और मोबाइल लेकर फरार हो गए।
आरोपी मध्य प्रदेश के सोयत से गिरफ्तार
गठित टीमों ने आरोपियों का पीछा करते हुए उन्हें मध्य प्रदेश के सोयत से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि वे कार बेचकर मिलने वाले पैसों से मौज-मस्ती करना चाहते थे। इस वारदात में उनका एक और साथी पवन जाटव निवासी झालरापाटन भी शामिल था, जिसकी तलाश अभी जारी है। पुलिस ने लूटी गई कार भी बरामद कर ली है। गिरफ्तार आरोपी राजेश उर्फ राहुल जाटव पुत्र जगदीश (21) थाना मलावर जिला राजगढ़ मध्य प्रदेश हाल दोराह मध्य प्रदेश और अनिल कुमार जाटव पुत्र राजू (20) व अफजल पुत्र कल्लू खान (21) थाना दोराह जिला सीहोर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। इनकी गिरफ्तारी में डीएसटी प्रभारी एएसआई विश्वनाथ सिंह की विशेष भूमिका रही।